21
Sep
फ्रांसीसी जब अपने अपमान से उबर जाएंगे तब उन्हें अपने आपको संयत करना होगा और कुछ कड़वी सच्चाईयों से दो-चार होना पड़ेगा. पहली बात तो ये है कि दुनिया की राजनीति में भावनाओं की कोई गुंजाइश नहीं होती है. फ्रांसीसियों को ये बात समझनी चाहिए कि उनके साथ जो बर्ताव हुआ है, उसे लेकर मातम मनाने से अब कुछ हासिल नहीं होने वाला है. क्या किसी ने कभी ऐसे देश के बारे में सुना है जो किसी को आहत न करने के लिए अपनी रक्षा प्राथमिकताओं को दरकिनार कर देता है? सच तो ये है कि ऑस्ट्रेलिया ने ये हिसाब-किताब…