आपातकाल के बहाने वामपंथी संगठनों ने मोदी सरकार पर साधा निशाना , 1975 में इमरजेंसी के खिलाफ निकाली रैली

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एआईसीसीटीयू , भाकपा (माले)  की ओर से शनिवार को रानीडांगा बाजार में विरोध रैली निकाली गयी। रैली में   एआईसीसीटीयू के प्रदेश सचिव बासुदेव बसु और    भाकपा (माले) के दार्जीलिंग जिला कमिटी के सचिव अभिजीत मजूमदार , सारा भारत कृषक सभा के दार्जीलिंग जिला कमिटी के सदस्य मोहिनी मौन सिन्हा ,प्रशांत बर्मन ,किसान संग्राम समन्वय समिति की ओर से पवित्र सिंह समेत इन संगठनों के अन्य पदाधिकारी व काफी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इन  संगठन के नेताओं ने कहा 44  साल पहले  1975 में आज ही के दिन तत्कालीन सरकार ने पूरे देश में आपातकाल  लागू किया था।  दूसरी ओर इसी तर्ज पर वर्तमान केंद्र सरकार पिछले सात महीने से देश में आपालकाल जैसी हालत बनाये हुई है।  इसके खिलाफ आज  राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा आज देश भर में इस तानाशाही के खिलाफ राजभवन का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी संगठन के सदस्य राजभवन का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेंगे । उन्होंने कहा 26 जून, 1975 में  तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश भर में आपातकाल की घोषणा की थी । वर्तमान मोदी सरकार भी लोगों पर तरह तरह के अत्याचार  कर रही है। देश में महंगाई बढ़ती जा रही है। आवश्यक सामानों के दाम बढ़ने से लोग परेशान हैं। किसानों पर कृषि कानून थोप दिया गया है। जिसके विरोध में किसान सड़क पर अंदोलन कर रहे हैं।  इन सबके खिलाफ आज वे लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.