दोस्तों की आंखों के सामने मछुआरे को खींच कर ले गया बाघ, सुंदरवन में मौत का सिलसिला जारी, अब तक 400 से ज्यादा की जा चुकी है जान

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पश्चिम बंगाल के सुंदरबन इलाके में इंसानों और जानवरों के बीच तेज होते टकराव का शिकार सैकड़ों लोग हो चुके है। लेकिन खतरे को जानते हुए भी मछुआरों को बार-बार घने जंगल में जाना पड़ता है, क्योंकि पापी पेट का सवाल है. लेकिन जंगल में हर कदम पर उनको मौत का डर सताता रहता है, क्योंकि रॉयल बंगाल टाइगर कब उनको अपना शिकार बना ले कुछ कहा नहीं जा सकता है। सुंदरवन के जंगल में मछली पकड़ते वक्त एक फिर से एक मछुआरे को बाघ ने मार डाला. मृतक मछुआरे की पहचान श्रीधाम हलदर (46) के रूप में हुई है। यह घटना सुंदरबन के घने जंगल में घटी. श्रीधाम अन्य मछुआरों के साथ मछली पकड़ने गया था। तभी बाघ ने उस पर छलांग लगा दी. इसके बाद बाघ उसे जंगल के अंदर खींचने की कोशिश करने लगा। हालांकि साथियों ने बाघ के मुँह से उसे बचने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सकें।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गोपालगंज के गायेन चौक निवासी श्रीधाम हलदर चार मछुआरों के साथ सुंदरवन जंगल में मछली पकड़ने के लिए निकला था. फिर सोमवार को काकभोर गांव से खबर आई कि श्रीधाम को बाघ उठा ले गया है|

इसके बाद गांव के मछुआरे श्रीधाम का शव बरामद करने के लिए कई नाव लेकर जंगल में गए. इसके बाद श्रीधाम का शव उसके साथियों ने जंगल से बरामद किया. श्रीधाम के एक दोस्त ने बताया कि रविवार की रात जंगल में मछली पकड़ने गए थे. तभी जंगल से अचानक एक बाघ ने श्रीधाम पर हमला कर दिया। फिर श्रीधाम को जंगल में खींच कर ले गया। हमने बहुत चिल्लाया और डंडे से श्रीधाम को बाघ के मुंह से वापस खींचने की कोशिश की. लेकिन हम अंतत: नहीं बचा सके. हम दिन का उजाला होने का इंतजार करने लगे., आज जब उजाला हुआ तो हम श्रीधाम को बचाने के लिए जंगल में गए । इसके बाद हमने श्रीधाम का शव को बरामद किया और गांव ले आए।’ श्रीधाम परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। घर में 4 लड़के और लड़कियां हैं। परिवार के सदस्य फूट-फूट कर रो रहे है|

आपको बता दें कि सुंदरवन के गहरे जंगलों में मछली और केकड़े पकड़ने के दौरान मछुआरे अक्सर बाघों द्वारा मारे जाते हैं। प्रशासन की ओर से चेतावनी अभियान चलाया गया. खासकर मछुआरों को जंगल के अंदर घुसने से रोकने के लिए प्रशासन अभियान चला रहा है. फिर भी मछुआरों को पैसे कमाने की उम्मीद में जंगल में मछली और केकड़े पकड़ने के लिए अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है। पश्चिम बंगाल के सुंदरबन के जंगलों में बाघ रहते हैं, ह्यूमन एनिमल कॉन्फ्लिक्ट के चलते यहां की लगभग 4000 महिलाएं टाइगर विडो हैं, यानि ऐसी महिलाएं जिनके पति को टाइगर खा गया. इन महिलाओं के पति मछली, शहद और केकड़े की तलाश में जंगल जाते हैं और वहां बाघों का शिकार हो गए.