जो पिछली सरकारें नहीं कर पायीं, उसे ममता बनर्जी ने कर दिखाया : फिरहाद

324

लक्ष्मी भंडार जिनकी पास है, वहीं तो लक्ष्मी हैं। जो पिछली सरकारें नहीं कर पातीं, उस माननीय ममता बनर्जी ने कर दिखाया। हमारी सुप्रीमो विकास की प्रतीक हैं। उन्होंने असंभव को संभव कर‌ दिखाया है। इसीलिए बंगाल की जनता उन्हें चाहती है। बुधवार रात पुराने मालदा नगरपालिका के मंगलबाड़ी इलाके में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री और मालदा के तृणमूल पर्यवेक्षक फिरहाद हकीम ने ये बातें कहीं। इस दिन करीब आठ बजे पुराने मालदा नगरपालिका के 34 नम्बर वार्ड राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे मंगलबाड़ी इलाके में नगरपालिका चुनाव को केन्द्र कर इस सभा का आयोजन किया गया था। जहां कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के साथ राज्य के श्रम विभाग के मंत्री गुलाम रब्बानी भी उपस्थित थे। साथ ही तृणमूल जिला सभापति और विधायक रहीम बक्शी, विधायक निहार घोष सहित इलाके के विभिन्न प्रत्याशी उपस्थित रहे। मंगलबाड़ी इलाके में तृणमूल की इस चुनावी जनसभा में पार्टी के कर्मी-समर्थकों के साथ महिलाएं सबसे अधिक संख्या में उपस्थित थीं। यह दृश्य देखकर फिरहाद हकीम की खुशी दोगुनी हो गई। उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम का चुनाव लोगों ने देखा है।

पिछले विधानसभा चुनाव में जिन्होंने भाजपा को वोट देकर विजयी बनाया‌ था, वही जनता अब सब समझ गई है, उनके द्वारा विकास का काम नहीं होगा। विकास का चेहरा केवल तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ही हैं और यह लोगों की समझ में भी आ गया है। इसीलिए सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में विरोधी की नाव डूब गई। ठीक इसी तरह निकाल चुनावों में उनकी नैया डूबेगी। राज्य की मां-बहनों को लक्ष्मी भंडार योजना का लाभ मिल रहा है। कन्या श्री और युवा श्री योजनाओं का लाभ मिल रहा है। सबूज साथी से लेकर समब्यथी योजना को सीएम ने लाया है। मुख्यमंत्री ने योजनाओं का लाभ घर-घर पहुंचाने की योजना को क्रियान्वित कर दिया है। यह सभी की समझ में आ गया है। इसलिए बंगाल की जनता ममता बनर्जी को छोड़कर अन्य किसी विकल्प के बारे में नहीं सोचती है। आगामी निकाय चुनावों में भी विरोधियों को बंगाल की जनता उड़ा कर फेंक देगी।

इस दिन वक्तव्य रखने के दौरान उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव दुर्भाग्य यह रहा कि कुछ लोगों ने आशीर्वाद दिया और कुछ लोगों ने नहीं। जिस कारण पुराने मालदा विधानसभा केन्द्र तृणमूल के साथ से निकल गया। इसे लेकर कोई विरोध नहीं है। इससे विकास की गति नहीं है रुकेगी। विधायक चुनाव में बाहर से एक सफेद दाढ़ी वाले एक‌ व्यक्ति ने दीदी के खिलाफ खूब जहर उगला, लेकिन  बंगाल की जनता को यह समझ में आ गया है कि अगर कोई विकास कर सकता है तो वह हैं ममता बनर्जी। कुछ बाहर के नेताओं ने कहा था कि अबकी बार दिल्ली बंगाल पर दखल लेगी। उस दौरान भ्रमित होकर कुछ लोगों ने इन्हें वोट दे दिया था,  लेकिन उससे कुछ लाभ नहीं हुआ। इनका सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में कुछ ही वोट से कूचबिहार से निशिथ प्रमाणिक जीते थे। इसके बाद वह सांसद पद से इस्तीफा देकर प्रत्याशी हुए थे। लेकिन बंगाल की जनता ने इतिहास रच दिया और यहां के तृणमूल प्रत्याशी ने उन्हें डेढ़ मतों के अंतर से हराया। इससे ही समझ में आता है कि यहां की जनता दीदी को ही चाहती है। जो बंगाल का विभाजन चाहते हैं