उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल अपने-अपने समीकरण साधने में जुटे हैं| ऐसे में यूपी में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके असदुद्दीन ओवैसी भी कहां पीछे रहते| उन्होंने ने भी मुस्लिमों को लुभाने के लिए अपने पैंतरे चले|
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सदर और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को जाजमऊ स्थित खुशबू ग्राउंड पर आयोजित सभा में कहा कि मुसलमानों की स्थिति बैंड बाजा बजाने वालों जैसी हो गई है। उन्हें पहले संगीत बजाने के लिए कहा जाता है, लेकिन विवाह स्थल पर पहुंचने पर उन्हें बाहर खड़ा कर दिया जाता है।
ओवैसी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव मुसलमानों के हक में नहीं बोलते हैं। उन्हें डर है कि ऐसा करने से उनके वोट खिसक जाएंगे। हजारों की भीड़ के बीच ओवैसी ने करीब एक घंटे के अपने भाषण के दौरान यह समझाने का प्रयास किया कि उनके चुनाव लड़ने से कहीं भी भाजपा की सरकार नहीं बनती। कोलकाता, महाराष्ट्र और झारखंड समेत अनेक राज्यों के नाम गिनवाए और कहा कि वहां हम चुनाव लड़े थे लेकिन भाजपा की सरकार नहीं बनी। पूछा, अगर बीजेपी जीते तो उसके ज़िम्मेदार हम कैसे हो सकते हैं।
ओवैसी ने कहा कि हर जाति के पास उनका नेता है तो मुस्लिमों के पास क्यों नहीं है| यूपी में 19 प्रतिशत मुस्लिम आबादी होने के बाद भी यहां किसी को नेता नहीं बनाया| संविधान सबको नेता बनने का अधिकार देता है| उन्होंने कहा कि यदि मुस्लिमों को हक चाहिए तो एक ओवैसी नहीं पूरे प्रदेश में 100 ओवैसी पैदा करने होंगे|