संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अफगानिस्तानियों को गौरवान्वित लोग बताते हुए कहा कि उनकी पीढ़ी युद्ध और कठिनाइयों को जानती है। वे हमारे पूर्ण समर्थन के पात्र है। गुटेरेस ने कहा कि आने वाले दिन महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होना चाहिए कि अफगानिस्तान को फिर कभी आतंकवादी संगठनों के लिए एक मंच या सुरक्षित पनाहगाह के रूप में उपयोग न किया जाए।
अफगानिस्तान पर एक आपातकालीन UNSC बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि मैं यूएनएससी और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से एक साथ खड़े होने, एक साथ काम करने का आग्रह करता हूं, अफगानिस्तान में वैश्विक आतंकवादी खतरे को खत्म करने के लिए सभी चीजों का उपयोग करें और यह गारंटी दें कि वहां पर बुनियादी मानवाधिकारों का सम्मान किया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा अफगानिस्तान के पड़ोसी और यहां के लोगों के दोस्त होने के नाते भारत अफगानिस्तान के मौजूद हालात को लेकर चिंतित है. अफगानिस्तान के पुरुषों, महिलाओं और बच्चों में लगातार दहशत का मौहाल है| वे लोग अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित हैं| हर कोई अफगानिस्तान में लोगों के अधिकारों के बढ़ते हनन को लेकर चिंतित है| अफगानी लोगों में चिंता है कि क्या वह अपने अधिकारों और सम्मान के साथ वहां रह पाएंगे? कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब नहीं दिए गए हैं|
उन्होंने कहा कि बीते दस दिन में हम दूसरी बार अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे हैं| कम समय में ही हमने अफगानिस्तान में बड़े बदलाव देखे हैं| हमने काबुल एयरपोर्ट से आई दुर्भाग्यपूर्ण तस्वीरें भी देखी हैं| यहां लोगों में काफी भय ह| बच्चे और महिलाएं चिंतित हैं| अफगानिस्तान में एक गहरा मानवीय संकट सामने आया है|
भारत की तरफ से कहा गया कि हम उम्मीद करते हैं कि हालात जल्द सामान्य हो जाएंगे और संबंधित पार्टियां मानवीय और सुरक्षा मसले का हल निकालेंगी| हम इस बात की भी उम्मीद करते हैं कि अफगानिस्तान में महिलाओं, बच्चों और लोगों के अधिकारों का सम्मान किया जाएगा| अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति के सामने कई सारी चुनौतियां हैं| हालांकि यहां कई सारी संभावनाएं भी हैं| अगर अफगानिस्तान में किसी भी तरह के आतंकवाद को मदद नहीं मिलेगी और आतंक के प्रति जीरो टॉलरेंस रहेगा| अफगानिस्तान की धरती को अन्य देशों में आतंक फैलाने के लिए आतंकियों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा तो यहां के लोग सुरक्षित महसूस करेंगे|