मवेशी तस्करी के आरोप में गिरफ्तार बीरभूम जिला टीएमसी के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को जहां ईडी अपने साथ जमीन में जाने की तैयारी में था वहीं दूसरी तरफ एक नया खेल देखने को मिला है।
सोमवार को जब राउस एवेन्यू कोर्ट में अनुब्रत के मामले की सुनवाई हो रही थी। ठीक उससे पहले सोमवार की सुबह दुबराजपुर थाने में एक टीएमसी कर्मी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पंचायत चुनाव से पहले अनुब्रत मंडल ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी क्योंकि उन्हें खबर थी कि वे टीएमसी छोड़कर बीजेपी में जा सकते हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप में अपने कहा है कि अनुब्रत ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी, उन्हें मारा पीटा भी गया था। दुबराजपुर थाने की पुलिस ने इस शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की और आज सुबह अनुब्रत को आसनसोल जेल से निकाल कर दुबराजपुर कोर्ट में पेश किया।
दूसरी तरफ ईडी के सूत्र का कहना है कि राज्य सरकार ने अनुब्रत को बचाने की खातिर ऐसा किया है। ईडी के सूत्र बता रहे हैं कि वह इस पूरे घटनाक्रम के बारे में कोर्ट को अवगत कराएंगे, कोर्ट को यह भी बताएंगे कि राज्य सरकार बड़े ही सुनियोजित तरीके से अनुब्रत को बचाने की दिशा में काम कर रही है, जांच में बाधा देने का प्रयास हो रहा है।
राज्य पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अनुब्रत को कम से कम 10 दिनों की रिमांड पर लेने की कोशिश की जाएगी क्योंकि उनके खिलाफ जो शिकायत की गई है, वह बहुत ही गंभीर है और गैर जमानती धाराओं में है।
वहीं अनुब्रत के समर्थक भारी संख्या में दुबराजपुर कोर्ट के सामने जमा हो रहे हैं। उस सबको पूरा विश्वास है कि ईडी अनुब्रत को अपने साथ दिल्ली नहीं ले जा सकेगा। करीब 4 महीने के बाद अनुब्रत बीरभूम जिले में पहुँचे हैं।