महाराष्ट्र लंबे समय से कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्य रहा है. यहां लंबे समय से महामारी को लेकर सख्त गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है,लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे स्वयं एक कार्यक्रम में बिना फेसमास्क पहने लोगों को संबोधित करते नजर आए. जबकि कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत फेस मास्क सबसे जरूरी नियम है और कोरोना की दस्तक के बाद से ही मार्च 2020 में इसे लागू किया गया है. इस कार्यक्रम में भारी भीड़ भी जुटी थी.
नाशिक में एक समारोह में उद्धव ठाकरे ने कहा, यह उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है, जहां वो बिना फेसमास्क के लोगों को संबोधित कर रहे हैं. पहली बार वो बिना चेहरे को ढंके सार्वजनिक कार्यक्रम में संबोधन दे रहे हैं. महाराष्ट्र पुलिस एकेडमी के कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस ने भाईचारे के साथ देश के गौरव को बढ़ाने का काम किया है. हम बदलते समय के साथ उनके लिए अत्याधुनिक ट्रेनिंग सुनिश्चित करेंगे. महाराष्ट्र के सीएम ने नाशिक जिले में कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया. नाशिक मुंबई से करीब 200 किलोमीटर दूर है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में कमी देखी गई है. अब देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले केरल में रिपोर्ट हो रहे हैं. जबकि महाराष्ट्र में इसकी संख्या रोजाना 6-7 हजार के करीब रह गई है. मुंबई में भी कोविड के केस काफी कम हो गए हैं. 15 अगस्त से लोकल ट्रेनों में वैक्सीनेशन करा चुके सभी लोगों को यात्रा करने की अनुमति दी गई है.