निकाय चुनाव में उम्मीदवारों के चयन से नाराज चल रहे पूर्व मंत्री और कमरहटी से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा के खिलाफ पार्टी अब सांगठनिक कार्रवाई की तैयारी में है। पार्टी सूत्रों ने बताया है कि बार-बार पार्टी नेतृत्व और फैसले के खिलाफ उनकी बयान बाजी की वजह से समस्याएं खड़ी हो रही हैं। इसलिए पार्टी की अनुशासन समिति कार्रवाई करने जा रही है। पिछले कुछ दिनों में मदन मित्रा की कई टिप्पणियों ने विवाद खड़ा कर दिया है। पार्टी को लगता है कि उनकी विवादास्पद टिप्पणियों ने पार्टी की छवि के साथ-साथ पार्टी के कुछ मानदंडों पर भी सवाल खड़ा किया है। इस बारे में उन्हें एक बार चेतावनी दी गई थी लेकिन फिर भी मदन मित्रा ने विवादित टिप्पणी करने से परहेज नहीं किया।
एक दिन पहले मदन मित्रा ने कहा, ”ममता बनर्जी के बाद अभिषेक बनर्जी के अलावा कोई चेहरा नहीं है। बाकी या तो गोटे हैं, कुछ मोटे हैं, कुछ सोटे हैं।” उनके निशाने पर पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी थे। फिर उनसे पूछा गया, “क्या आप पार्थ चटर्जी, सौगत रॉय का जिक्र कर रहे हैं?” इसके जवाब में मदन मित्रा ने कहा, ”मैंने किसी का नाम नहीं लिया। मैंने कहा अभिषेक देखने में सुंदर हैम। वह प्यारा बच्चा हैं। अभिषेक को देखकर मुझे प्रिय रंजन दासमुंशी की याद आ जाती है। उसका भाषण लाजवाब होता है। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी और अर्जुन सिंह का जिक्र करते हुए मदन ने कहा कि इन दोनों के बारे में भी नहीं कहूंगा क्योंकि आने वाले भविष्य में वे तृणमूल में आ जाएंगे और मेरे खिलाफ मामले बनने लगेंगे।