भारत की सबसे पुरानी लॉ फर्म फॉक्स मंडल विभाजित हो गई है और अब श्री सोम मंडल की नेतृत्व वाले फर्म को फॉक्स मंडल कहा जाएगा जिसके ऑफिसेज नोएडा, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बैंगलोर, हैदराबाद और सूरत समेत ढाका और लंदन में हैं। कंपनी जल्द ही गुवाहाटी, पुणे और अहमदाबाद में भी अपने कार्यालय खोलने जा रही है। सदियों पुरानी लॉ फर्म ‘फॉक्स मंडल’ का नेतृत्व सोम मंडल ने किया है, जिन्होंने न केवल भारत के भीतर फॉक्स मंडल का विकास किया बल्कि इसे दुनिया भर में एक पहचान भी दिलाई। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि फॉक्स मंडल सोम मंडल का ही पर्याय है। अब सोम मंडल के नेतृत्व वाला फॉक्स मंडल ही मूल फॉक्स मंडल होगा।
यह विभाजन मुख्य रूप से कोलकाता से संचालित करने वाले सोम मंडल के छोटे चचेरे भाई देबन मंडल के राजनीतिक गठजोड़ के कारण हुआ था। अपने प्रैक्टिस के शुरुआती वर्षों में सोम मंडल, फॉक्स एंड मंडल कोलकाता कार्यालय में काम करते थे और फॉक्स एंड मंडल के दिल्ली प्रैक्टिस को फॉक्स मंडल के रूप में स्थापित करने के लिए उन्होंने कोलकाता छोड़ दिया था। यहां तक कि फॉक्स एंड मंडल के कुछ वर्तमान पार्टनर्स भी फॉक्स मंडल के पार्टनर हुआ करते थे।
फॉक्स मंडल के मैनेजिंग पार्टनर श्री सोम मंडल ने कहा, “फॉक्स मंडल में, हम भारत की सबसे पुरानी लॉ फर्म होने की विरासत को आगे बढ़ाने में गर्व महसूस करते हैं और एक फुल सर्विस फर्म के रूप में हम अपने क्लाइंटों को सर्वोत्तम कानूनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। हमारी कोर स्ट्रैंथ अनुभवी और प्रशिक्षित वकीलों की हमारी टीम है जो क्लाइंट की जरूरतों को पूरा करने में परिश्रम और ज्ञान के साथ-साथ रचनात्मकता और नवीनता के मूल्य जोड़ते हैं। हम अपने ग्राहकों को वह कानूनी सलाह देने का लक्ष्य रखते हैं जो ग्राहकों की जरूरतों और अपेक्षाओं को पूरा करती है व इसमें हम बेहद सफल भी रहे हैं। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं द्वारा मिलने वाली फर्म की रेटिंग भी इसका प्रमाण देती है।”
फॉक्स मंडल एक प्रतिष्ठित फुल सर्विस लॉ फर्म है जो आवश्यक कानूनी विशेषज्ञता, उद्योग विशेषज्ञता और वाणिज्यिक कौशल का उपयुक्त मिश्रण पेश करती है। अधिवक्ताओं और सॉलिसिटरों की यह फर्म सहारा के खिलाफ बारबरा टेलर ब्रैडफोर्ड मामले में पेश होने, एनरॉन के खिलाफ भारत सरकार का पक्ष रखने और ऐतिहासिक अयोध्या केस सहित कई और केसेज के लिए प्रसिद्ध है। बाइलेट्रल इन्वेस्टमेंट ट्रीटी मैटर्स के अलावा, विलय और अधिग्रहण, ऑयल और गैस, दूरसंचार, प्रोजेक्ट फाइनेंस और खनन के मामलों में भी फॉक्स मंडल की विशेषज्ञता है। भारत में इसके क्लाइंट्स सरकार, कॉरपोरेट्स, बहुराष्ट्रीय कंपनियां और हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स हैं। यह विभिन्न बड़े अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता मामलों में सरकार का पक्ष रखने के लिए पहले ही पेश हो चुकी है।
फॉक्स मंडल एक ब्रांड के रूप में सोम मंडल के साथ बहुत पहले से पंजीकृत है। सोम मंडल अपने कानूनी कौशल और दुनिया भर में कानूनी निकायों के साथ व्यापक एफिलिएशन्स के लिए प्रसिद्ध है। सोम मंडल दुनिया भर के शीर्ष वकीलों में तुरंत पहचाना जाने वाला नाम है। वे इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स पेरिस के आर्बिट्रेशन आयोग में एक भारतीय प्रतिनिधि है और उन्होंने एशिया पैसिफिक फोरम के को-चेयर और इंटरनेशनल बार एसोसिएशन और कॉरपोरेट लॉ एंड लीगल अफेयर्स-फिक्की के तौर पर भी काम किया है। सोम मंडल सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन, दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, इंटरनेशनल बार एसोसिएशन, अमेरिकन बार एसोसिएशन (इंटरनेशनल सेक्शन) यूनियन डेस एडवोकेट, इंटर पैसिफिक बार एसोसिएशन, नेशनल एशियन पैसिफिक अमेरिकन बार एसोसिएशन, इंडो-जर्मन लॉयर्स एसोसिएशन और सोसाइटी ऑफ इंडियन लॉ फर्म्स में भी सदस्य हैं।
सोम मंडल सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन, दिल्ली हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, इंटरनेशनल बार एसोसिएशन, अमेरिकन बार एसोसिएशन (इंटरनेशनल सेक्शन) यूनियन डेस एडवोकेट, इंटर पैसिफिक बार एसोसिएशन, नेशनल एशियन पैसिफिक अमेरिकन बार एसोसिएशन, इंडो-जर्मन लॉयर्स एसोसिएशन और सोसाइटी ऑफ इंडियन लॉ फर्म्स के भी सदस्य हैं।
हाल ही में, उन्हें एशिया लॉ एंड प्रैक्टिस द्वारा मर्जर एंड एक्विजीशन के क्षेत्र में एशिया में एक प्रमुख वकील के रूप में नामित किया गया था। उन्हें चैंबर्स ग्लोबल द्वारा प्रोजेक्ट फाइनेंस में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में भी नामित किया गया है। उन्हें लॉ डे अवॉर्ड्स 2002 के अवसर पर भारत में ‘बेस्ट कॉर्पोरेट लॉयर’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। श्री मंडल ने एशियन लीगल बिजनेस मैगज़ीन के हॉट 100 वकीलों में भी जगह बनाई है। उन्होंने द लॉयर मैगजीन द्वारा 40 अंतर्राष्ट्रीय स्टार वकीलों में भी शामिल किया गया।