2014 में प्राथमिक परीक्षा ( टेट ) पास कर चुके अभियार्थियों ने नौकरी नहीं मिलने पर अपने परिवार वालों के साथ आत्महत्या करने का ऐलान किया हैं| टेट पास करने वाले छात्रों के आंदोलन में उनके अभिभावक भी उनका साथ दे रहे है | शुक्रवार दोपहर को अलीपुरद्वार में प्रशासनिक भवन (डुआर्स कन्या) के सामने धरने में टेट पास छात्र व् उनके अभिभावक शामिल हुए।प्रदर्शनकार्यों ने नौकरी की मांग में डीएम को ज्ञापन देते हुए मुख्यमंत्री से उनके मांगों पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया |
धरने में शामिल पारमिता पॉल ने बताया कि ” उन्हें लक्ष्मी भण्डार योजना के तहत 500 रूपये का भत्ता नहीं चाहिए इसके बदले उन्हें नौकरी दी जाए | उन्होंने कहा कि अबतक 7500 टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नौकरी नहीं मिली हैं| हमें फरवरी तक नौकरी चाहिए नहीं तो परिवार सहित वे लोग राजधानी कोलकाता में आत्महत्या करेंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि ” लक्ष्मी भंडार के नाम पर हमारे सपनों को दबाया जा रहा है, नियुक्ति रुक रही है।हमारे लिए लक्ष्मी भंडार अभिशाप बन गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि “भत्ता और नौकरी एक चीज नहीं है। इसलिए हम स्वैच्छिक मृत्यु के लिए मजबूर हो रहे हैं| आज धरने में शामिल एक टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी के अभिभावक बेलरानी पाल ने कहा, “हमें लक्ष्मी भंडार नहीं चाहिए। हम चाहते हैं कि बच्चों को नौकरी मिले।”