तालिबान का वर्चस्व बढ़ा, Afghan President Ashraf Ghani दे सकते हैं इस्तीफा!

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अमेरिकी सैनिकों(American Soldiers) के अफगानिस्तान (Afghanistan) छोड़ने के फैसले के बाद आतंकी संगठन तालिबान (Terrorist Organization Taliban) का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है। बता दें कि अफगान के ज्यादातर हिस्सों पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है। सूत्र बता हैं कि काबुल से महज 50 किलोमीटर दूर है। तालिबान से चल रही जंग के बीच अफगान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Afghan President Ashraf Ghani) अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। तालिबान की कई मांगों में से एक मांग अशरफ गनी (Ashraf Ghani) को पद से हटाए जाने की भी रही है।

अफगानिस्तान में तालिबान हर बीतते दिन के साथ और मजबूत होता जा रहा है| तालिबान के लड़ाके कई बड़े शहरों को अपने कब्जे में ले चुके हैं| इसके अलावा, सरकार के कई अधिकारियों को भी तालिबान ने अपने कब्जे में लिया है| अफगान के कंधार, गजनी, हेरात, हेरात आदि पर अब पूरी तरह से तालिबान की पकड़ हो गई है| कम से कम 12 प्रांत अब तालिबान के कब्जे में हो गए हैं|

अमेरिका अफगानिस्तान में दो दशकों तक तालिबान से लड़ने के बाद अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है. अफगान से बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिक अपने देश वापस लौट चुके हैं, जबकि सितंबर में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी| अमेरिकी सैनिकों की वापसी के फैसले के बाद तालिबान ने और तेजी से अफगान में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए थे| महज कुछ ही हफ्तों में देश के बड़े हिस्सों पर कब्जा भी जमा लिया|

वहीं, पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा है कि अफगानिस्तान में बदलते हालात को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के लिए वीजा नीति में ढील देने का फैसला किया है| अंतरराष्ट्रीय पत्रकार और मीडियाकर्मी जो पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं| वे पाकिस्तान के वीजा के लिए आवेदन करें| गृह मंत्रालय इन अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों और कामगारों को प्राथमिकता के आधार पर वीजा जारी करेगा|

उधर, भारत भी अफगानिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए तेजी से काम कर रहा है| पिछले दिनों विदेश मंत्रालय ने वहां रह रहे नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर वापस देश लौटने के लिए कहा था| इसके अलावा, वॉट्सऐप नंबर भी जारी किया था, जिससे मजार-ए-शरीफ से भारत आने वाली फ्लाइट की जानकारी दी गई थी| इस फ्लाइट के जरिए से तकरीबन 50 भारतीय नई दिल्ली पहुंचे थे|