CBI के रडार पर आया संदीप घोष का निजी बाउंसर अफसर अली

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आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले से पूरा देश सन्न है। सीबीआई इस मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। इस बीच आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई की रिपोर्ट में एसके अफसर अली का नाम सामने आया है। इसे संदीप घोष का निजी बाउंसर कहा जाता था। 
सीबीआई का दावा है कि संदीप घोष के करीबी होने की वजह से अफसर अली को फाइनेंशियल लाभ दिया गया था। आरजी कर अस्पताल परिसर में कैफे चलाने के लिए अफसर अली की पत्नी के नाम पर एक कंपनी को सार्वजनिक टेंडर देने का आरोप है। इसके अलावा टेंडर के लिए जमा किए गए एक लाख रुपये नॉन रिफंडेबल रिटर्न में अनियमित होने का भी आरोप है। सीबीआई ने दावा किया है कि उस मामले में सभी चार टेंडरों पर एक ही व्यक्ति के हस्ताक्षर थे। सीबीआई के अनुसार यह दिखाया गया है कि असरफ की एजेंसी ही इस संदर्भ में योग्य है। रेप केस को लेकर बंगाल सहित देश के कई हिस्सों में न्याय की मांग को लेकर मेडिकल स्टाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं बीजेपी इस मामले को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे पर अड़ी हुई है। सीबीआई ने 16 दिन की पूछताछ के बाद सोमवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था। उन्हें मेडिकल कॉलेज में हुए अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसके जांच पहले बंगाल पुलिस की एसआईटी कर रही थी और बाद में इसे सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था।