केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 26 में भारतीय रेलवे के लिए 2.52 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले वर्ष के समान ही वित्त पोषण स्तर को बनाए रखता है। शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट में यह घोषणा की गई। बजट दस्तावेजों के अनुसार, रेलवे के लिए कुल पूंजीगत व्यय 2,65,200 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है, जिसमें 2,52,000 करोड़ रुपये सामान्य राजस्व से आएंगे। अतिरिक्त वित्त पोषण स्रोतों में निर्भया फंड से 200 करोड़ रुपये, आंतरिक संसाधनों से 3,000 करोड़ रुपये और अतिरिक्त बजटीय संसाधनों से 10,000 करोड़ रुपये शामिल हैं। रेलवे ने 2025-26 में कुल प्राप्तियां 3,02,100 करोड़ रुपये अनुमानित की हैं, जो 2024-25 के संशोधित अनुमानों में 2,79,000 करोड़ रुपये से अधिक है। 2024-25 के संशोधित अनुमान यात्री और माल ढुलाई दोनों क्षेत्रों में बेहतर आय का संकेत देते हैं। यात्री राजस्व 2023-24 में 70,693 करोड़ रुपये से बढ़कर 80,000 करोड़ रुपये हो गया, जबकि माल ढुलाई से होने वाली आय 1,68,199 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,80,000 करोड़ रुपये हो गई। 2025-26 के लिए राजस्व लक्ष्य समान स्तर पर बने हुए हैं, जिसमें यात्री प्राप्तियों में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि है। रेलवे सुरक्षा व्यय 2025-26 के लिए 1,16,514 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है, जिसमें नेटवर्क का सालाना लगभग 4,000 किलोमीटर विस्तार किया जाएगा।
रेलवे को बुनियादी ढांचे, आधुनिकीकरण और परिचालन को बढ़ावा के लिए 2.52 लाख करोड़ मिले
