क्या कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किसान नेता राकेश टिकैत के समर्थन में खुलकर सामने आ गये हैं ? दरअसल ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि राहुल गांधी तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को ट्रैक्टर चलाकर संसद भवन पहुंचे। जब राहुल गांधी ट्रैक्टर चला रहे थे उस पर उनके साथ राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के कुछ अन्य सदस्य बैठे नजर आये।
राहुल गांधी ने कहा कि किसानों से छीनकर उद्योगपतियों को काले कानून से फायदा सरकार पहुंचा रही है. नरेंद्र मोदी सरकार किसानों को दबा रही है। सरकार उद्योगपतियों पर मेहरबान है। सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन कर ट्रैक्टर मार्च निकालने पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, युवा कांग्रेस प्रमुख श्रीनिवास बी.वी और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है।
इस ट्रैक्टर की बात करें तो इसके आगे एक बैनर भी लगा था जिस पर ‘किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानून वापस लो-वापस लो’ लिखा हुआ था…इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि किसानों की बात सुनी नहीं जा रही है…सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना होगा… ये काले कानून हैं…
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि संसद को राहुल गांधी ने जगाने का काम किया है। हमें जेल में डाल दो लेकिन काले कानून वापस लो
आपको बता दें कि मानसून सत्र के बीच संसद से महज 2 किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर किसानों की ‘किसान संसद’ जारी है। ‘किसान संसद’ को लेकर दिल्ली पुलिस और तमाम सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। पिछले दिनों जंतर-मंतर पहुंचने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि हम यहां पर अपनी आवाज उठाएंगे, विपक्ष को सदन के अंदर हमारी आवाज बनने की जरूरत है…
उल्लेखनीय है कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने घोषणा की है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के आठ महीने पूरे होने के अवसर पर महिलाएं सोमवार को जंतर-मंतर पर ‘ किसान संसद’ का आयोजन करेंगी।