हमारे घर तार के मीटर से लिपटे हुए हैं। गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की 2019 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली का करंट हर दिन लगभग 30 भारतीयों को मारता है। कम गुणवत्ता वाले तारों से शॉर्ट सर्किट होने की संभावना अधिक होती है और इसमें अक्सर लेड और कैडमियम जैसे जहरीले तत्व होते हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि आवासीय आग के दौरान अधिकांश मौतें जलने की चोटों के बजाय धुएं में सांस लेने के कारण होती हैं। दुनिया भर में 240 मिलियन लोग लेड पॉइजनिंग के कारण गंभीर बीमारियों का शिकार होते हैं।