पश्चिम बंगाल में नौवीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल पहले ही खोल दिए गए थे। अब पहली से लेकर आठवीं तक की कक्षाएं भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके संकेत राज्य शिक्षा विभाग की उस निर्देशिका से मिले हैं जिसमें सभी जिलाधिकारियों और शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन पकाने की तैयारियां पूरी करने के आदेश दिए गए हैं।
नौवीं से 12वीं तक के लिए स्कूल खुल गए हैं लेकिन महामारी के कारण छोटी कक्षाओं के लिए अभी स्कूल नहीं खोले गए हैं।
मध्याह्न भोजन परियोजना निदेशक के कार्यालय ने जिलाधिकारियों, कोलकाता नगर निगम और कोलकाता प्राथमिक स्कूल परिषद् को पत्र जारी कर गूगल फॉर्म्स पर चेक-लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है जिसमें पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए स्कूल खोलन से पहले आवश्यक कार्यों की तैयारियां पूरी करने की सूची है। 29 नवंबर को जारी पत्र में कहा गया है, ‘‘एएमएस पोर्टल आंकड़ा (स्कूल का नाम, यू-डाइस कोड) को देखते हुए प्रखंड में हर स्कूल की प्रविष्ठि की जानी है।’’
इसमें बताया गया कि पत्र में गूगल फॉर्म का लिंक दिया गया है जिसे तीन दिसंबर को सौंपा जाएगा। महामारी के कारण 16 मार्च 2020 को स्कूल बंद होने के बावजूद राज्य सरकार ने नीयत दिन पर बच्चों के अभिभावकों को बिना पकाई खाद्य सामग्री का वितरण कर मध्याह्न भोजन योजना जारी रखी थी। शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने नवंबर में कहा था कि राज्य सरकार पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए स्कूल चरणबद्ध तरीके से खोलना चाहती है। माना जा रहा है कि अब उसी की तैयारी की जा रही है।।