प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को उत्पादकता बढ़ाने और उनकी आय बढ़ाने में मदद करने के प्रयास में गुजरात के कलोल में आईएफएफसीओ द्वारा दुनिया के पहले नैनो यूरिया लिक्विड प्लांट का उद्घाटन किया। यह आत्मानबीर भारत और आत्मानिर्भर कृषि की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ने गुजरात के गांधीनगर में आयोजित एक समारोह में अल्ट्रामॉडर्न नैनो यूरिया लिक्विड फर्टिलाइजर प्लांट राष्ट्र की सेवा को समर्पित किया।
श्री अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया इस समारोह में उपस्थित थे। आईएफएफसीओ ने नैनो फर्टिलाइजर के उत्पादन के लिए आंवला, फूलपुर, कलोल (विस्तार), बेंगलुरु और पारादीप, कांडला, देवघर (बिहार) और गुवाहाटी इकाइयों में नैनो यूरिया, नैनो डीएपी और नैनो माइक्रो न्यूट्रिएंट्स के उत्पादन के लिए विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित की हैं। इन सभी यूनिट्स में प्रति दिन २ लाख बोतलों की डिजाइन उत्पादन क्षमता होगी, जिसमें कुल ३००० करोड़ रुपये का निवेश होगा, जिसमें से ७२० करोड़ रुपये पहले से ही प्रतिबद्ध हैं और हजारों लोगों के लिए रोजगार पैदा करेंगे। कलोल में पहली आईएफएफसीओ नैनो यूरिया (लिक्विड) प्रोडक्शन यूनिट १७५ करोड़ रुपये के निवेश के साथ बनाई गई है और वर्तमान में इसकी उत्पादन क्षमता १.५ लाख ५०० मिलीलीटर नैनो यूरिया प्रतिदिन की है।