भारतीय वर्कफोर्स दुनिया की मांग को पूरा करेगा और नए मानक स्थापित करेगा: श्री धर्मेंद्र प्रधान

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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के विज़न को आगे बढ़ाते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने आज 15 बड़े संगठनों, उद्योग जगत के दिग्गजों और अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी की। ये साझेदारियां फ्यूचर ऑफ़ वर्क के लिए अमृत पीढ़ी तैयार करने पर केंद्रित हैं। फ्लिपकार्ट, टीमलीज, इंफोसिस, आईआईटी गुवाहाटी और लॉजिकनॉट्स, टाइम्सप्रो, बीसीजी, गूगल, अपग्रेड, अनस्टॉप, माइक्रोसॉफ्ट, एम3एम फाउंडेशन, रिलायंस फाउंडेशन, यस फाउंडेशन, यूपीएस और टीमलीज एडटेक के साथ इन साझेदारियों की घोषणा की गई। माननीय केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान; एमएसडीई के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी; एनसीवीईटी के अध्यक्ष डॉ. निर्मलजीत सिंह कलसी, डीजीटी की महानिदेशक (प्रशिक्षण) श्रीमती त्रिशालजीत सेठी और एनएसडीसी के सीईओ एवं एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। स्किलिंग ईकोसिस्टम को अधिक सुलभ, इनोवेटिव और लचीला बनाने के लिए बहुआयामी और परिणाम-संचालित अप्रोच पर ध्यान केंद्रित करते हुए, ये साझेदारियाँ शिक्षा और उद्योग-अकादमिक संबंधों में एक नए युग की शुरुआत करती हैं। इन साझेदारियों के माध्यम से, भारत के युवाओं को विभिन्न उद्योगों में सशक्त बनाया जाएगा, जिससे उनकी रोजगार संभावनाएं बढ़ेंगी। ये साझेदारियाँ सीखने के परिणामों को मजबूत करने, डिजिटल अर्थव्यवस्था का निर्माण करने और शिक्षा और कौशल प्रणालियों को बढ़ाने में सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए G20 फ्रेमवर्क में व्यक्त लक्ष्यों के साथ सहजता से मेल खाती हैं।

” इस अवसर पर बोलते हुए, माननीय केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “हमें भारत की युवा शक्ति को कौशल और सशक्त बनाने के लिए कई पहल और उद्योग भागीदारी शुरू करने में खुशी हो रही है। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फ्लिपकार्ट, टीमलीज, अपग्रेड, रिलायंस फाउंडेशन और अन्य संगठनों के साथ आज बनी साझेदारियां स्किल इंडिया मिशन को आगे ले जाएंगी और वैश्विक अवसरों को अपनाने के लिए तैयार एक सक्षम, उत्पादक और कुशल वर्कफोर्स का निर्माण करेंगी। उन्होंने कहा कि “स्किलिंग, रीस्किलिंग और अपस्किलिंग के मंत्र को अपनाने से भारत अब रुकने वाला नहीं है। हमने स्किलिंग ईकोसिस्टम में विभिन्न डिजिटल पहल शुरू की हैं जो कहीं भी कौशल, कभी भी कौशल और सभी के लिए कौशल सुनिश्चित कर रही हैं। जैसे-जैसे भारत टेक्नोलॉजी, स्केल और स्थिरता का लाभ उठाकर एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है, भारतीय वर्कफोर्स न केवल घरेलू मांग बल्कि वैश्विक मांग को भी पूरा करेगा और नए मानक स्थापित करेगा।” कार्यक्रम के दौरान इन्डस्ट्री के प्रतिनिधियों ने मंत्री और सचिव के साथ चर्चा की। साथ में, उन्होंने बेस्ट प्रैक्टिस को साझा किया, मूल्यवान इनसाइट का आदान-प्रदान किया और भारत के युवाओं की क्षमताओं को बढ़ाने, उन्हें वर्ल्ड ऑफ़ वर्क के लिए तैयार करने के लिए नवीन रणनीतियों पर चर्चा की।

इन सेक्टर में करियर बनाने का लक्ष्य रखने वाले छात्रों को काफी फायदा होगा क्योंकि उन्हें उद्योगों में व्यापक अनुभव मिलेगा, जिससे उद्योग की जरूरतों के अनुरूप व्यापक कौशल विकसित करने में मदद मिलेगी। इससे पहले, एनएसडीसी ने हमारे युवाओं की बुनियादी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आईबीएम, बजाज फिनसर्व, मेटा, कोका-कोला और अन्य निजी कम्पनियों के साथ भी साझेदारी की है। ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग और इन्डस्ट्री एक्सपोज़र की सुविधा प्रदान करके, एमएसडीई और एनएसडीसी छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान, रचनात्मक कौशल और समृद्ध अनुभवों से सुसज्जित कर रहे हैं। इससे युवाओं के नेतृत्व करने की क्षमता बढ़ रही है, उनकी आकांक्षाएं पूरी हो रही हैं और रोजगार की संभावनाएं बढ़ रही हैं।