श्री राजीव चंद्रशेखर, राज्य मंत्री, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय; और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के घटक, पूर्व शिक्षा की मान्यता (आरपीएल) के तहत नागालैंड के बेंत और बांस कारीगरों को कुशल बनाने के लिए आज डिजिटल रूप से एक पायलट परियोजना शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय बुनकरों और कारीगरों को पारंपरिक हस्तशिल्प में आरपीएल मूल्यांकन और प्रमाणन के माध्यम से अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए कौशल प्रदान करना है। इस परियोजना का लक्ष्य 4,000 से अधिक शिल्पकारों और कारीगरों को कौशल प्रदान करना है।