मैरी कॉम का ओलंपिक पदक जीतने का सपना टूटा

175

टोक्यो ओलंपिक 2020 के छठे दिन भारत की शुरुआत जीत के साथ हुई, लेकिन शाम में बॉक्सिंग में मैरी कॉम की करारी हार से बड़ा झटका लगा। छह बार की विश्व चैम्पियन भारतीय मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम 51 किग्रा फ्लाईवेट वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया से 2 -3 से हारकर टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गयी।

मैरीकॉम ने अपने से 6 साल छोटी वालेंसिया को कड़ी टक्कर दी और आखिरी राउंड तक मुकाबले को लेकर गयीं। मैरी कॉम पहले ही राउंड में वालेंसिया से पिछड़ गयीं थीं, लेकिन दूसरे राउंड में उन्होंने शानदार वापसी की, हालांकि तीसरे राउंड में मैरी कॉम पर वालेंसिया भारी पड़ी और मुकाबला 3-2 से जीत लिया।

पदक की उम्मीद लिये टोक्यो ओलंपिक पहुंची 38 साल की मैरी कॉम जब अपना मुकाबला हार गयीं तो उनकी आंखें नम हो गयीं। हालांकि उन्होंने हारकर भी लोगों का दिल जीत लिया। मैरी कॉम में नम आखों के साथ टोक्यो को अलविदा कहा। उन्होंने दोनों हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया और जजों को प्रणाम भी किया।

मालूम हो पहले राउंड में पांच जजों ने मैरी को 9,9,10,9,9 और दूसरे राउंड में 9,910,10,10 अंक दिये। जबकि तीसरे और आखिरी राउंड में 9,10,10,9,10 अंक दिये।

गौरतलब है कि शुरुआती दौर में डोमेनिका गणराज्य की मिगुएलिना हर्नांडिज गार्सिया को हराकर ओलंपिक खेलों के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। 2012 ओलंपिक खेलों की कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम ने अपने से 15 साल जूनियर और पैन अमेरिकी खेलों की कांस्य पदक विजेता को 4-1 से शिकस्त दी थी और प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी थीं।