अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद दुनियाभर से वहां रह रहे नागरिकों के घरों में चिंता बढ़ी हुई है। ऐसा ही एक परिवार पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी है। कोलकाता पुलिस के नवनियुक्त कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने वाले अधिकारी सुब्रत दत्ता की पत्नी “हांसी” अफगानिस्तान के काबुल में फंसी हैं। वह अपनी बहन के घर गई थीं। इसी बीच तालिबान ने वहां कब्जा कर लिया है। पिछले तीन दिनों से उससे बात नहीं हुई है और वह ऑनलाइन भी नहीं आ रही हैं जिसकी वजह से परिवार ने राज्य सरकार के पास मदद की गुहार लगाई है। सोमवार की रात को आखिरी बार उनकी बातचीत अपनी पत्नी से हुई है, उसके बाद से वह ऑफलाइन हो गई हैं और सुब्रत दत्ता और उनका परिवार चिंता में डूबा है, हालांकि उन्हें पूरा विश्वास है कि उनकी पत्नी सकुशल होगी।
कोलकाता के नागरबाजार निवासी हैं सुब्रत दत्ता। वह काम के सिलसिले में अहमदाबाद में रहते थे। साल 2015 में उन्होंने काबुल की रहने वाली ‘हांसी’ से शादी की थी। उसका जन्म अफगानिस्तान में हुआ था, लेकिन वे शादी के बाद कोलकाता में रहने लगे थे। शादी के बाद यह पहला मौका है, जब सुब्रत दत्ता की पत्नी इस साल जून में अपनी बहन के घर गई थी और उसके बाद से वापस नहीं आ सकी। वह नगरबाजार स्थित अपने घर से रोजाना पत्नी से बात करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन निराशा हाथ लग रही है।
उन्होंने कहा, “सोमवार की रात को उनकी आखिरी बातचीत हुई थी। उसके बाद से वह ऑफलाइन हैं। फिर भी मैं ढेर सारे मैसेज भी किया हूं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है।” उन्होंने कहा, ” मुझे वहां के दोस्तों से पता चला है कि अब स्थिति पहले की तुलना में कुछ बेहतर है। जब-तक तालिबान पूरी तरह से स्थिति पर नियंत्रण नहीं कर लेते है, तब-तक अगले 2-3 महीनों में हालात और खराब नहीं होंगे। कम से कम वहां के मेरे दोस्त तो यही सोचते हैं।” अपनी पत्नी बारे में उन्होंने कहा, “मेरा मन कहता है कि वह पूरी तरह से ठीक है। वह चार-पांच दिन घर से बाहर नहीं निकल सकती हैं। वहां अपनी बहन के घर गई थी। मुझे नहीं लगता कि उनके परिवार को उसे अकेला छोड़ेंगे।”