मदारीहाट गर्ल्स हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका काजी रूना लैला को इस साल के शिक्षारत्न से सम्मानित किया जा रहा है। रूना लैला शिक्षा जगत में अपने लंबे करियर के त्याग और तपस्या से मिले इस सम्मान से काफी खुश हैं। महारिहात के खयेरबाड़ी में ही उनका जन्म हुआ। वहीँ उनकी प्राथमिक शिक्षा हुई। उन्होंने कूचबिहार महिला कॉलेज से स्नातक किया। उसके बाद उन्होंने उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा पूरी की।
शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने कालचीनी यूनियन एकेडमी फॉर गर्ल्स हाई स्कूल में एक शिक्षक के रूप में अपनी पहली नौकरी ज्वाइन की। इसके बाद बीरपाड़ा और 2019 से मदारीहाट हायर गर्ल्स स्कूल की हेडमिस्ट्रेस के रूप में कार्यरत है । अध्यापन के अलावा, उन्होंने ढेर सारी कविताएँ और लघु कथाएँ भी लिखीं है । शिक्षा के साथ विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उनका बहुत योगदान है। वे सोचती है शिक्षण केवल एक पेशा नहीं है, यह उससे कहीं अधिक है। शिक्षक लोग निर्माता हैं। उनका मानना है कुछ शिक्षक अब शिक्षण को केवल एक पेशे के रूप में देखते हैं, और उनके पेशे में कोई व्यावसायिकता नहीं है। ऐसे में समाज का सुधार संभव नहीं है।