समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय और अपने पर्सनल सेक्रेटरी जैनेंद्र यादव समेत कई नेताओं के ठिकानों पर की गई आयकर विभाग की छापेमारी पर गहरी नाराजगी जताई है और कहा है कि चुनाव आते ही बीजेपी ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग शुरू कर दिया.
अखिलेश यादव इन दिनों समाजवादी विजय यात्रा पर हैं. इसी क्रम में यादव ने रायबरेली में पत्रकारों से कहा, “अभी तो IT आया है. अभी ED, CBI का उत्तर प्रदेश आना बाकी है. आपलोग देखते जाइए अभी कौन-कौन लोग दिल्ली से भेजे जाते हैं?” उन्होंने कहा कि चुनावों में हार को देखकर बीजेपी परेशान है. वो चाहे जो कर ले राज्य में उनकी सरकार नहीं बनने वाली. यादव ने कहा कि राज्य में फिर से समाजवादी पार्टी की सरकार बनने जा रही है.
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की इन कोशिशों से साइकिल की रफ्तार नहीं रुकेगी. उन्होंने कहा कि यूपी में अभी कई एजेंसियां आएंगी. सपा प्रमुख ने कहा कि चुनावों के देखते हुए आयकर विभाग ने ये छापेमारी की गई है. ताकि सपा नेताओं को बदनाम किया जा सके. यादव ने कहा कि राज्य में ठोको राज चल रहा है. उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाए कि किसानों को कुचलने के मामले में जब जांच एजेंसी की रिपोर्ट आ चुकी है, तब बीजेपी मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही?
बता दें कि आयकर विभाग ने आज सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के मऊ ठिकाने, अखिलेश यादव के पीएस जैनेंद्र यादव के लखनऊ ठिकाने और RCL ग्रुप के मालिक मनोज यादव के मैनपुरी ठिकाने पर एकसाथ छापेमारी की है.
राजीव राय को अखिलेश यादव का करीबी समझा जाता है और उन्हें 2012 में प्रदेश में सपा सरकार बनाने का मुख्य शिल्पकार समझा जाता है. राय कर्नाटक में कई शिक्षण संस्थान भी चलाते हैं. वह RVK ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशंस के चेयरमैन हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में घोसी संसदीय क्षेत्र से सपा के उम्मीदवार थे.