दूषित पानी होने की वजह से यह निर्णय किया गया है और बताया गया है कि पानी के सैंपल को जांच के लिए कोलकाता में भेजा जाएगा
सिलीगुड़ीः मेयर गौतम देव ने अगले कुछ दिनों के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में होने वाली जलापूर्ति का पानी न पीने की सलाह दी है। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में रहने वालों की सुविधाओं के मद्देनजर बुधवार की दोपहर से निगम की ओर से पाउच में पेयजल उपलब्ध कराने की जानकारी देते हुए कहा कि विभिन्न वार्डो में 26 पेयजल की टंकियां भेजी जाएंगी। उन्होंने उक्त जानकारी पत्रकारों से वार्ता करते हुए दी। उन्होंने नगर निगम की ओर से अगली सूचना जारी होने तक नगर निगम की ओर से आपूर्ति हो रहे पानी को नहीं पीने की सलाह दी है।मेयर गौतम देव ने बताया कि गाजलडोबा में चल रहे निर्माण कार्य के कारण अभी सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में महानंदा नदी का पानी शुद्ध कर शहर में पीने के लिए आपूर्ति किया जा रहा मगर उक्त पानी की गुणवत्ता खराब मिलने के कारण उक्त पानी नहीं पीने की सलाह दी है, हालांकि उस पानी का उपयोग अन्य घरेलू कार्यों में किया जा सकता है। पीने का पानी दूषित हो गया है।इसलिए बुधवार से 2 जून की दोपहर तक नगर निगम इलाकों में आपूर्ति होने वाले पानी को पीने से मना किया गया है। उन्होंने बताया कि पानी के नमूने जांच के लिए कोलकाता भेजे जा रहे हैं।रिपोर्ट आने में पांच दिन लगेंगे। इसके बाद ही पानी का उपयोग पीने करने के संबंध में निर्णय होगा। बताया जा रहा है कि बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) में कमी के कारण पीने का पानी दूषित हो गया है। दूसरी ओर पूरे मामले को लेकर सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने कहा कि नगर निगम की लापरवाही के कारण पिछले 15 से 16 दिनों से सिलीगुड़ी के लोग दूषित पानी पी रहे थे। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था।मेयर गौतम देव नगर निगम चलाने में विफल है। मेयर और मेयर परिषद को इसका जवाब देना होगा।