बिहारमा अन्तःशुल्क विभागले अवैध मदिरा तस्करी गर्ने अर्को गिरोहलाई पर्दाफास गरेको छ

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सिलगढी: – आबकारी विभागले बिहारमा अवैध मदिरा तस्करी गर्ने अर्को गिरोहलाई पर्दाफाश गरेको छ। अन्तःशुल्क विभागले एक सय ५० लिटर अवैध मदिरासहित गिरोहका दुई प्रमुखलाई पक्राउ गरेको छ । यस घटनामा तीनतले घर सिल गर्नुका साथै अन्तःशुल्क विभागले मदिरा तस्करीमा प्रयोग हुने कार र स्कुटर पनि बरामद गरेको छ । घरबाट अवैध मदिरा बनाउने औजार, खाली बोतल, नक्कली लेबल, स्टिकर आदि समेत बरामद गरिएको छ । उक्त गिरोहका अन्य नेताहरुको खोजीमा आबकारी विभाग जुटेको छ । बिहीबार बिहान। उक्त घरको भान्छाघर, शौचालयलगायत प्रत्येक कोठाबाट अवैध मदिरा, खाली बोतल, लेबल, स्टिकर आदि बरामद गरिएको थियो । घरमा उपस्थित दुई व्यक्तिको नाम कृष्ण प्रसाद (५४) र बरुण कुमार (३७) रहेको छ, जो सिलगढी जंक्शनको गुरुङ बस्ती जोड्ने साइमार्ग क्षेत्रका हुन्।

वहीं वरूण कुमार बिहार के सिवान जिला अंतर्गत महाराजगंज थाना क्षेत्र के पटेरही गांव का निवासी है।आबकारी विभाग की माने तो शराब तस्करी के कारोबार की वजह से ही कृष्णा प्रसाद ने नर्मदा बागान में मकान बनाया उसकी सिक्किम में भी शराब की दुकान है। उसी कड़ी से वह अवैध तरीके से सिक्किम से शराब लाकर अपने मकान में रखता था। फिर इसके बाद उसमें नामी-गिरामी कंपनियों का लेबल, स्टीकर लगाकर बोतल में नकली शराब भरकर बिहार सप्लाई किया करता था। सिक्किम की शराब समेत नकली शराब बिहार तस्करी करने वाले इस गिरोह में इन दोनों के अलावा और भी कई लोगों के शामिल होने का संदेह आबकारी विभाग को है।छापेमारी के संबंध में आबकारी
विभाग के जलपाईगुड़ी डिवीजन के
अतिरिक्त कमिश्नर सुजीत दास ने
बताया कि गुप्त सूचना मिलने के
बाद कई दिनों की जांच-पड़ताल
के बाद छापेमारी की कार्रवाई की
गई जिसमें मकान से नामी-गिरामी
कंपनी के लेबल लगी 125 लीटर
नकली शराब, 37 लीटर सिक्किम
की शराब, 800 बोतल, प्लास्टिक
की सौ बोतल, फर्जी लेबल और
ढक्कन जब्त किए गए। मकान
मालिक कृष्णा प्रसाद समेत दो लोग
गिरफ्तार किए गए। इन आरोपितों
को अदालत में पेश किया गया है।
उन्होंने बताया कि जब्त की गई
नकली और सिक्किम की शराब से
न सिर्फ बंगाल सरकार के राजस्व
की क्षति होती थी, बल्कि नकली
शराब का सेवन जहरीला और
जानलेवा भी है।