‘मैं कार में नहीं था’ : किसानों पर कार चढ़ाने के मामले में केंद्रीय मंत्री के आरोपी बेटे ने दी सफाई

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रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पर केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने सफाई देते हुए कहा कि घटनास्थल पर उनका बेटा आशीष मिश्र मौजूद नहीं था। लेकिन खीरी में हिंसा के बाद केंद्रीय मंत्री के कुछ दिन पुराने वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें वे किसानों के खिलाफ भाषण दे रहे हैं। एक वीडियो में वे प्रदर्शन कर रहे किसानों को ठेंगा दिखा कर चिढाते भी नजर आ रहे हैं। भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र का 25 सितंबर को दिए गए भाषण का क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रहे हैं कि, “मैं सिर्फ सांसद विधायक नहीं हूं। मुझे जानने वालों को पता होगा कि मैं चुनौती से डरता नहीं हूं, जिस दिन चुनौती स्वीकर कर ली उस दिन ऐसे लोगों को पलिया नहीं, लखीमपुर छोड़ना पड़ जाएगा।” इस भाषण से साफ जाहिर है कि उनका इशारा प्रदर्शन कर रहे किसानों पर ही था। माना जा रहा है कि खूनी हिंसा के पीछे का कारण भाजपा सासंद द्वारा भड़काऊ बयानबाजी और किसान मोर्चा की इसको लेकर आक्रोश और नाराजगी रही।

आपको बता दें कि अजय मिश्र ‘टेनी’ लखीमपुर खीरी लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं। केंद्र में भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल आरंभ करने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में यूपी के नए चेहरों में खीरी से सांसद अजय मिश्रा टेनी का नाम भी शामिल रहा। निघासान से दूसरी बार सांसद अजय मिश्रा टेनी ने मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के तौर पर शपथ लिया।

केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने इन आरोपों का खंडन किया है कि वे लखीमपुर खीरी में कारों के उस काफिले में थे जो रविवार को कथित तौर पर किसानों पर चढ़ गई थी| लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी| आशीष मिश्रा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ‘जो कार्यक्रम हो रहा था वह पिछले करीब 35 वर्ष से आयोजित हो रहा है| हमारी एक परंपरा है कि हमारे जो मेहमान होते हैं, हम उनके लिए दो-तीन वाहन भेजते हैं| महिंद्रा थार (Mahindra Thar)मेरा वाहन था, हमारे एककार्यकर्ता के पास टोयोटा फार्च्‍यूनर थी और वहां एक छोटी कार भी थी| ‘


उन्‍होंने कहा, ‘मैं कार में नहीं था| मैं तो बनवीरपुर गांव के अपने पैतृक घर में था जहां एक कुश्‍ती मुकाबला का आयोजन किया गया था| मैं वहां पर सुबह से इस मुकाबले के खत्‍म होने तक मौजूद था| ‘आशीष ने कहा, ‘यह सच नहीं है कि फार्च्‍यूनर ने किसानों को कुचला| सच्‍चाई है कि हमारे कार्यकर्ता उप मुख्‍यमंत्री को रिसीव करने गए थे| Thar SUV सामने थी जिस पर लाठी-डंडों और पत्‍थरों से हमला किया गया| ड्राइवर हरिओम इसमें घायल हुआ था या हो सकता है कि हमले में उसकी मौत भी हो गई हो| हमले में कार ने अपना संतुलन खो दिया और पलट गई| इस तरह किसान कहे जाने वाले ये दो लोग घायल हुए होंगे| ‘