दिल्ली में इस बार भी दीवाली के मौके पर पटाखे चलाने पर रोक रहेगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा कि पिछले 3 साल से दीवाली के समय दिल्ली के प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को देखते हुए पिछले साल की तर्ज पर इस बार भी हर प्रकार के पटाखों के भंडारण, बिक्री एवं उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। दिल्ली सरकार का कहना है कि यह प्रतिबंध इसलिए लगाया जा रहा है जिससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सके।
बता दें कि सीएम केजरीवाल ने पराली जलाने और प्रदूषण को लेकर कुछ दिन पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी. उन्होंने पराली जलाने के बजाये बायो डिकम्पोजर (Bio Decomposer) के इस्तेमाल पर जोर दिया है| मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अक्टूबर-नवम्बर आने वाला है| 10 अक्टूबर के आस पास से दिल्ली की हवा फिर से खराब होने लगेगी| इसका बड़ा कारण है आस-पास के राज्यों में पराली जलाने से आने वाला धुआं| अभी तक सभी राज्य सरकारें एक-दूसरे पर छींटाकशी करती रही हैं, लेकिन दिल्ली सरकार समाधान निकाल लिया है|
पिछले साल दिल्ली सरकार ने एक समाधान निकाला| पूसा इंस्टीट्यूट ने एक बायो डिकम्पोज़र घोल बनाया है| मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान धान की फसल अक्टूबर के महीने में काटता है, जो डंठल ज़मीन पर रह जाता है उसे पराली कहते हैं| किसान को गेहूं की फसल की बुआई करनी होती है इसलिए किसान पराली जला देता है. अभी तक हमने किसानों को जिम्मेदार ठहराया| सरकारों ने क्या किया… सरकारों ने समाधान नहीं दिया| सरकारें दोषी हैं| पूसा का बायो डी कम्पोज़र, जो बहुत सस्ता है, उसका हमने दिल्ली के 39 गांवों में 1935 एकड़ जमीन पर छिड़काव किया| जिससे डंठल गल जाता है और ज़मीन बुआई के लिए तैयार हो जाती है|