माकपा ने फिर दोहराया : उन्हें की गई थी पेगासस खरीदने की पेशकश, चंद्रबाबू नायडू पर भी लगाए आरोप

153

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर दोहराया है कि उन्हें इजराइली जासूसी सॉफ्टवेयर “पेगासस” खरीदने की पेशकश की गई थी। गुरुवार को राज्य सचिवालय में मीडिया से मुखातिब ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें चार-पांच साल पहले इजराइली साइबर इंटेलिजेंस कंपनी ने 25 करोड़ में सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए संपर्क किया था। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस सॉफ्टवेयर को खरीद कर इसका इस्तेमाल भी किया था। ममता ने कहा कि पेगासस का इस्तेमाल अगर देश की सुरक्षा के लिए किया जाता है तो समझ में आता लेकिन इसका इस्तेमाल न्यायाधीशों और अधिकारियों के खिलाफ किया गया जो कतई स्वीकार्य नहीं है।

उन्होंने कहा, “वे (एनएसओ ग्रुप, इजरायली साइबर इंटेलिजेंस कंपनी) 4-5 साल पहले हमारे पुलिस विभाग में अपनी मशीन (पेगासस स्पाइवेयर) बेचने आए थे और 25 करोड़ रुपये की मांग की थी।  मैंने इसे ठुकरा दिया क्योंकि इसका राजनीतिक रूप से, न्यायाधीशों / अधिकारियों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सकता था, जो स्वीकार्य नहीं है।” इसके अलावा चंद्रबाबू नायडू द्वारा इसके इस्तेमाल का दावा करते हुए ममता ने कहा, “आंध्र प्रदेश में तत्कालीन चंद्रबाबू नायडू जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने इसकी सेवाएं ली थीं।

मौजूदा केंद्र सरकार भी नेताओं, जजों, अधिकारियों, पत्रकारों, नौकरशाहों, समाजसेवियों आदि के निजी जीवन में ताक-झांक करने के लिए इसकी सेवाएं ले रही है। हमारी सरकार ऐसा नहीं करना चाहती। मैं किसी की अभिव्यक्ति की आजादी पर बंदिश नहीं लगाना चाहती। पेगासस के जरिए मेरी भी जासूसी हो रही है। उन्होंने उस समय इसके खिलाफ अपने फोन में टेप लगा लिया था।” उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले राज्य विधानसभा में मीडिया से बातचीत के दौरान ममता ने दावा किया था कि तीन साल पहले उन्हें पेगासस सॉफ्टवेयर खरीदने की पेशकश की गई थी। अब उन्होंने चार-पांच साल पहले पेशकश का दावा एक दिन बाद किया है।