कोयलांचल क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी और तस्करी के संबंध में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुचिरा बनर्जी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। एजेंसी सूत्रों ने गुरुवार को बताया है कि थाईलैंड में रूजीरा के बैंक खाते हैं जिसमें हुए लेनदेन की सारी जानकारी वहां के स्थानीय प्रशासन से मांगी गई है।
कोयला तस्करी कांड की सीबीआइ के साथ-साथ ईडी भी जांच कर रही है। इस मामले में अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिए तलब करने से पहले सीबीआइ अपना सारा होमवर्क पूरा करना चाहती है जिससे उसपर किसी तरह के कोई इल्जाम ना लग सके। अपनी इसी कवायद के तहत सीबीआइ ने मामले के मास्टरमांइड और कोयला तस्करी का सरगना अनूप मांजी उर्फ लाला के खासमखास सहयोगी नीरज और अमित पर अपना शिकंजा कसा था।
सूत्रों के मुताबिक इनमें नीरज सिंह लाला के कहने पर कोलकाता में नेताओ को दी जाने वाली रकम का हिसाब किताब रखता था जबकि अमित पूरूलिया और बांकुड़ा में नेताओ को दी जाने वाली रकम का हिसाब रखता था। सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ने सीबीआइ से हुई पूछताछ में कई अहम तथ्य दिए थे, लेकिन अब ये दोनों फरार हो गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले मे मारे गए छापों के दौरान सीबीआइ को कुछ वाट्सएप मैसेज मिले थे जिनसे पता चलता था कि तस्करी से संबंधित रकम नेताओं और नौकरशाहो को दी जा रही थी। साथ ही बरामद दस्तावेजों की आरंभिक जांच से यह भी पता चला था कि रुपये कई प्रभावशालियों तक पहुंचता था।
इसी आधार पर सीबीआइ ने अभिषेक की पत्नी रूजिरा और उनकी साली मेनका समेत कई लोगों से पूछताछ की थी। हालांकि पूछताछ के दौरान इन लोगों ने इस मामले में किसी भी तरह का कोई संबंध होने से साफ इन्कार कर दिया था। सीबीआइ इस मामले मे अभिषेक से भी पूछताछ करना चाहती है क्योंकि अब तक हुई पूछताछ मे कुछ लोगों ने अभिषेक समेत तृणमूल के कुछ और लोगों के नाम लिए हैं। सीबीआइ के एक आला अधिकारी के मुताबिक अभिषेक के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं।