केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र में जीका वायरस के प्रबंधन के लिए एक बहुविभागीय टीम भेजी है। यह टीम राज्य में जीका वायरस की स्थिति पर नजर रखेगी और जीका मामलों से निपटने में राज्य सरकार की मदद करेगी। उधर, देश में तीसरी कोरोना लहर की आशंका के बीच तेजी से वैक्सीनेशन जारी है। मंत्रालय ने सोमवार को यह भी बताया कि राज्यों के सरकारी व निजी अस्पतालों के पास 3.14 करोड़ कोरोना टीके उपलब्ध हैं। बता दें, हाल ही में पुणे जिले में जीका वायरस का केस मिला है। इसके बाद केंद्र ने टीम भेजने का फैसला किया। इससे पहले केरल में जीका वायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हाल में पुणे जिले में जीका वायरस का एक मामला सामने आया है। तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम में क्षेत्रीय निदेशक, पुणे के कार्यालय से एक जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली से एक स्त्री रोग विशेषज्ञ और राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान (एनआईएमआर), आईसीएमआर, नई दिल्ली से एक कीट विज्ञानी (एंटोमोलॉजिस्ट) शामिल हैं।
बता दें, महाराष्ट्र में रविवार को जीका वायरस संक्रमण का पहला मामला पुणे जिले में सामने आया था| राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया था कि संक्रमित पायी गई महिला मरीज पूरी तरह से ठीक हो गई है| विभाग ने एक बयान में कहा था, ‘उसे और उसके परिवार के सदस्यों में कोई लक्षण नहीं हैं.’ बयान के अनुसार पुरंदर तहसील के बेलसर गांव निवासी 50 वर्षीय महिला की शुक्रवार को जांच रिपोर्ट मिली थी| रिपोर्ट में कहा गया है कि जीका संक्रमण के अलावा वह चिकनगुनिया से भी पीड़ित थी|