27
Nov
अभिनेत्री आशा पारेख ने साझा किया है कि उन्हें यह दुख होता है कि भारतीय महिलाएं अपनी शादी के लिए घाघरा-चोली जैसे पारंपरिक परिधानों के बजाय पश्चिमी परिधान और गाउन पहनना पसंद करती हैं। आशा गोवा में चल रहे 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया के एक सेशन में बोल रही थीं। आशा ने कहा कि सब कुछ बदल गया है (जब से उन्होंने फिल्मों में काम किया है)। जो फिल्में बन रही हैं… मुझे नहीं पता, हम इतने पाश्चात्य हैं। गाउन पहनने के विवाह समारोह में आ राही हैं लड़कियां (लड़कियां)। सुनो भाई, हमारी घाघरा चोली, सरियां और सलवार-कमीज…
