युसुफ पठान द्वारा इटानगर (अरुणाचल प्रदेश) में सीएपी केन्द्र का शुभारम्भ

431

खेल का विकास किया जाएगा| पठान भाईयों की पैशन और दृष्टि को आगे ले जाते और पूरे भारत में अपनी उपस्थिति बनाते हुए क्रिकेट एकेडमि ऑफ पठान्स (सीएपी) का यह 28  वा केन्द्र है|

सीएपी के निदेशक युसुफ पठान ने कहा, “उभरते हुए क्रिकेट खिलाडियों के लिए हम् हर सम्भव सहायता दे रहे हैं और हमें अपेक्षा है कि इटानगर और आसपास के इलाके मे से सभी क्रिकेटर बनने की आकांक्षा रखनेवाले युवक इसे पहली प्राथमिकता देंगे| हमारे विश्व स्तरीय प्रशिक्षण के साथ अब हमारे छात्र जिला और राज्य स्तरीय मैचेस में चुने जाने लगे हैं| टायर दो और टायर तीन शहरों में और एकेडमीज खोलने की हमारी योजना है जिससे उभरते हुए सितारों को सही तरह से प्रशिक्षण मिल सकेगा|”

भारतभर में 80+ से अधिक छात्रों का पहले ही चयन किया गया है और उन्होने सीएपी केन्द्रों का विभिन्न राज्य और जिलों के स्तर पर प्रतिनिधित्व भी किया है| अभी चल रही रणजी ट्रॉफी में सीएपी पटना के हमारे एक खिलाडी यशस्वी रिषव ने बिहार राज्य की टीम से खेलते हुए एक बेहतरीन शतक जड़ा| पीछले वर्ष कूच बिहार और सी के नायडू ट्रॉफी में बिहार राज्य टीम से खेलने के लिए सीएपी पटना के 6 से अधिक खिलाडियों का चयन हुआ था| सीएपी जयपूर के सात खिलाडियों ने राजस्थान में अपनी जिले की टीम में प्रतिनिधित्व किया है| अपने विभिन्न जिला और राज्य स्तर शिविरों में से बढ़ती संख्या में छात्रों के चयन को देख कर सीएपी को खुशी होती है| अपनी क्षमताओं को साकार करने में हमारे छात्रों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता इन सफल कहानियों में देखी जा सकती हैं|”

प्रबन्ध निदेशक श्री. हरमीत वसदेव ने प्रशिक्षण प्रक्रिया पर टिप्पणि की और सीएपी किन कारणों से देशभर में अग्रेसर क्रिकेट एकेडमी बनी है, इसका विअरण दिया| उन्होने कहा, “सीएपी छात्रों की प्रगति को रिकार्ड और ट्रैक करने के लिए हमारा खुद का ‘सीएपी ऐप’ विकसित किया गया है| इससे छात्रों के साथ प्रशिक्षण और मार्गदर्शन सेशन्स लेने में प्रशिक्षकों को भी सहायता मिलती है| बहुत जल्द हम इस ऐप पर हमारे छात्रों‌ का पठान भाईयों के साथ मुलाकात का कार्यक्रम करने जा रहे हैं| जितना सम्भव हो सके, उतने उभरते और इस खेल को प्रेम करनेवाले क्रिकेट खिलाडियों को आवश्यक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने के लिए हम सहायता करना चाहते हैं|” उन्होने आगे कहा, “युवा प्रतिभाओं को विभिन्न माहौल में मैच के अवसर देने के लिए हम अन्य देशों की यात्राओं का नियोजन कर रहे हैं| हम अखिल भारतीय सीएपी प्रतियोगिता का आयोजन करने पर भी विचार कर रहे हैं जिसमें हर सीएपी केन्द्र सहभाग लेगा| पोषण, मनोविज्ञान और छात्रों के सम्पूर्ण शारीरिक विकास पर भी यह एकेडमी ने ध्यान दिया है| भुबनेश्वर,