बंधन बैंक, जो समावेशी बैंकिंग पर प्रमुखता से जोर देने वाला यूनिवर्सल बैंक है, ने आज वित्तीय वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की। जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था सामान्य स्तर पहुँचने की ओर बढ़ रही है, बैंक के व्यवसाय में दमदार वृद्धि हुई। बैंक का कुल कारोबार (जमा और अग्रिम) 15% की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ 31 दिसंबर, 2021 तक 1.73 लाख करोड़ हो गया। बैंक अपने परिचालन के छठे वर्ष में 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में से 34 में 5256 बैंकिंग आउटलेट्स के माध्यम से 2.51 करोड़ ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करता है। बंधन बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों की कुल संख्या 55341 है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान, बैंक की जमा बही पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 19% बढ़ी। कुल जमा अब
84,500 करोड़ है। चालू खाता और बचत खाता (कासा) बुक में साल-दर-साल 26% की वृद्धि हुई, और कासा अब कुल जमा बुक के 45% से अधिक है। इस अवधि में, बैंक की खुदरा जमा बही में पर्याप्त वृद्धि हुई, जो वर्ष-दर-वर्ष 24% बढ़कर 71,440 करोड़ हो गयी। अग्रिमों के संबंध में, बैंक ने पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 11% की वृद्धि देखी। कुल अग्रिम अब
89,213 करोड़ हो
गया।
पूंजी पर्याप्तता अनुपात (कैपिटल ऐडीक्वेसी रेश्यो या सीएआर), जो बैंक की स्थिरता का संकेतक है, 20% है,
नियामक आवश्यकता से बहुत अधिक।
देश भर में अपने ग्राहकों को सेवा प्रदान करने के लिए, बंधन बैंक पूरे भारत में अपनी उपस्थिति में विविधता लाने और एमएसएमई लोन, होम लोन, पर्सनल लोन, गोल्ड लोन, ऑटो लोन जैसे क्षेत्रों में अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
परिणामों पर बोलते हुए, चंद्रशेखर घोष, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा,
”चुनौतीपूर्ण अवधि के बाद, भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष’22 की तीसरी तिमाही में विकास के मजबूत
संकेत दिखाए हैं। हमारे बैंक के ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और लोगों, प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकी में निवेश ने
हमें इस अवधि में महत्वपूर्ण व्यावसायिक विकास की रिपोर्ट करने में मदद की है। हम अपने ग्राहकों को
उनके निरंतर विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं, जिसने बंधन बैंक को लाखों भारतीयों काएक
पसंदीदा बैंकिंग भागीदार बना दिया है”