कोरोना काल में योगदान को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने डॉक्टरों और हेल्थवर्कर्स के लिए भारत रत्न की मांग की है, जो कोविड-19 के खिलाफ जंग में अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर उसका मुकाबला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह उन डॉक्टरों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने कोरोना से जंग के दौरान अपनी जान गंवाई। बता दें कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च सम्मान है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘इस वर्ष ”भारतीय डॉक्टर” को भारत रत्न मिलना चाहिए। भारतीय डॉक्टर मतलब सभी डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक। शहीद हुए डाक्टरों को ये सच्ची श्रद्धांजली होगी। अपनी जान और परिवार की चिंता किए बिना सेवा करने वालों का ये सम्मान होगा। पूरा देश इस से खुश होगा।’
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा मध्य जून में मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, कुल 730 चिकित्सकों की जान कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान गई है. बिहार में सबसे अधिक 115 चिकित्सकों की कोविड-19 से मौत हुई है. जबकि दिल्ली में 109, उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, राजस्थान में 43, झारखंड में 39 और आंध्र प्रदेश में 38 चिकित्सकों ने महामारी से जान गंवाई है. आईएम के मुताबिक, देश में कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान 748 चिकित्सकों की मौत हुई थी.
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कोराना महामारी में जान गंवाने वाले परिवारों को लेकर बड़ा ऐलान किया है. दिल्ली कैबिनेट (Delhi Cabinet) ने कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को ‘मुख्यमंत्री कोविड-19 परिवार आर्थिक सहायता योजना’ के जरिए आर्थिक मदद देने का फैसला किया है. शनिवार को दिल्ली कैबिनेट ने इसको लेकर एक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इस नोटिफिकेशन के मुताबिक, ‘इस योजना को लागू करने के लिए रेवन्यू डिपार्टमेंट ने सभी एसडीएम (SDM) के अधीन 100 अफसरों की एक टीम गठित करने का निर्देश दिया है. ये टीम मुख्यमंत्री कोविड-19 परिवार आर्थिक सहायता योजना के लाभार्थियों के दिए गए पते पर जाकर जानकारी को वेरिफाई करने और एप्लीकेशन सबमिट कराने में सहायता करेगी.