एमेज़ॉन.इन पर पंथोइबी इंपोरियम लॉन्च करने के लिए एमेज़ॉन इंडिया ने मणिपुर सरकार के साथ समझौता किया

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आज एमेज़ॉन इंडिया ने घोषणा की कि इसने मणिपुर राज्य में कारीगरों और बुनकरों को सहयोग देने के लिए मणिपुर सरकार के एंटरप्राईज़, मणिपुर हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएचएचडीसीएल) के साथ एक समझौतापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, एमेज़ॉन इंडिया ने अपने मार्केटप्लेस पर एमेज़ॉन कारीगर प्रोग्राम के तहत पंथोइबी इंपोरियम लॉन्च किया है। इस लॉन्च द्वारा एमेज़ॉन इंडिया का उद्देश्य पंथोइबी इंपोरियम से जुड़े  300,000 + कारीगरों और बुनकरों को सशक्त बनाना है। यह अभियान डिजिटल समावेशन लाने और कारीगर एवं बुनकर समुदाय को सशक्त बनाकर उन्हें एमेज़ॉन सेलर्स के रूप में आर्थिक अवसर प्रदान करने तथा नौकरियों का सृजन करने के लिए शुरू किया गया है।

‘पंथोइबी इंपोरियम’ के सेलर्स को अनेक फायदे, जैसे तेजी से शुरुआत करने के लिए पर्सनलाईज़्ड प्रशिक्षण, ज्यादा कस्टमर विज़िबिलिटी और समर्पित मार्केटिंग सपोर्ट आदि प्राप्त होंगे। इस गठबंधन द्वारा ये बुनकर बहुत बड़े बाजार में जगह बना पाएंगे, अपने काम को पहचान दिला पाएंगे और रोजगार के अवसरों का सृजन कर पाएंगे। देश में लाखों एमेज़ॉन ग्राहक पंथोइबी इंपोरियम से भिन्न-भिन्न तरह के उत्पाद, जैसे कौना क्राफ्ट – वॉटर रीड, मणिपुरी रानी फी, और खान-पान की सामग्री, जैसे काला चावल, फॉरेस्ट फोरेज़ टीज़, जीआई टैग्ड चिली, जीआई टैग्ड लैमन एवं ऑरेंज आदि खरीद सकेंगे, जो केवल मणिपुर में मिला करते हैं।

मणिपुर के माननीय मुख्यमंत्री, श्री एन. बीरेन सिंह ने कहा, ‘‘यह मणिपुर हैंडलूम्स एवं हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएचएचडीसीएल) की यूनिट, पंथोइबी इंपोरियम से जुड़े स्थानीय कारीगरों और बुनकरों को सशक्त बनाने की ओर एक महत्वपूर्ण प्रगति है। ईकॉमर्स में एमेज़ॉन की निपुणता के साथ यह गठबंधन उन्हें वृद्धि करने और अपने व्यवसाय का विस्तार करने के असीमित अवसर प्रदान करेगा। सही टूल्स, टेक्नॉलॉजी, एवं इनसाईट्स की मदद से एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि को गति देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि ई-कॉमर्स परिवेश और इसके मुख्य अंशधारक क्षमता निर्माण की गतिविधियों द्वारा ज्यादा से ज्यादा छोटे व्यवसायों को समर्थ बनाने के लिए काम करें।’’

एमेज़ॉन इंडिया में डायरेक्टर, सैलिंग पार्टनर सर्विसेज़, सुमित सहाय ने कहा, ‘‘मणिपुर अपने हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग के लिए पूरे विश्व में मशहूर है। एमेज़ॉन मार्केटप्लेस पर पंथोइबी के लॉन्च से एमेज़ॉन कारीगर प्रोग्राम द्वारा ग्राहकों को भारतीय कला व शिल्प उपलब्ध कराने और 2025 तक 10 मिलियन एमएसएमई को डिजिटाईज़ करने के हमारे मिशन में मदद मिलेगी। हम मणिपुर हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएचएचडीसीएल) जैसे संगठनों के साथ सहयोग जारी रखेंगे, ताकि स्थानीय कलारूपों के उत्पाद संग्रह का विस्तार हो एमेज़ॉन कारीगर प्रोग्राम द्वारा कारीगरों को लाभ मिलता रहे, और इस प्रक्रिया में एमेज़ॉन.इन का मार्केटप्लेस संग्रह भारत की समृद्ध संस्कृति का सच्चा प्रतिनिधि बने।’’

इलांगबम जीतन सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर, मणिपुर हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कहा, ‘‘एमेज़ॉन के साथ हमारा सहयोग पंथोइबी इंपोरियम से जुड़े 300,000+ कारीगरों और बुनकरों को समर्थ बनाने में मुख्य भूमिका निभाएगा और ईकॉमर्स द्वारा उनकी प्रगति में तेजी लाएगा। यह लॉन्च ग्राहकों के बीच ज्यादा विज़िबिलिटी सुनिश्चित करेगा और उन्हें मणिपुर के कारीगरों द्वारा निर्मित हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला प्राप्त हो सकेगी। ऑनलाईन बिक्री इन बुनकरों को सशक्त बनाएगी और उन्हें अपने व्यवसाय का विस्तार करने एवं विशाल बाजार में ग्राहकों तक पहुंचने के लिए जरूरी मदद देगी। इससे राज्य में स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों की ओर लोगों का ध्यान जाएगा, जो हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतिनिधि हैं।’’

साल 2016 में एमेज़ॉन कारीगर प्रोग्राम के लॉन्च के बाद से एमेज़ॉन इंडिया 3700 से ज्यादा मास्टर बुनकरों, को-ऑपरेटिव्स, कारीगरों और क्षेत्रीय एपेक्स बॉडीज़ को एमेज़ॉन.इन पर बिक्री करने वाले समुदाय में शामिल कर चुका है। इस प्रोग्राम ने 13 लाख से ज्यादा कारीगरों व बुनकरों के जीवन को लाभ पहुंचाया है। एमेज़ॉन.इन ने बाजार में कनेक्टिविटी बढ़ाने और क्राफ्टप्रेमियों को सबसे उत्तम क्राफ्ट का प्रदर्शन करने के लिए 30 सरकारी इंपोरियम और 7 सरकारी इकाईयों के साथ गठबंधन किया है। आज कारीगर में 1.7 लाख उत्पादों का प्रदर्शन होगा, जिसमें 27 से ज्यादा राज्यों एवं केंद्रीय प्रांतों के 450+ अद्वितीय कला एवं शिल्प द्वारा भारतीय हैंडीक्राफ्ट एवं कारीगर समुदाय को ज्यादा विज़िबिलिटी मिलेगी और वो बड़ी आबादी में ग्राहकों को अपने उत्पाद बेच पाएंगे।