मवेशी पालने के लिए सरकार की ओर से वित्तीय सहायता नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए आत्मनिर्भर महिलाओं ने शुक्रवार दोपहर को ओल्ड मालदा प्रखंड कार्यालय में धरना दिया। आज दोपहर को जतराडांगा गांव के भाबुक और आदिवासी परिवारों ने सरकारी उदासीनता के खिलाफ धरना दिया. प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने आरोप लगाया कि सुअर पालन के लिए वित्तीय सहायता के लिए उन्होंने प्रशासन से लोन के लिए आवेदन किया था. उन्होंने बताया पता चला है कि राज्य सरकार ने इसके लिए एकमुश्त राशि आवंटित की है।
लेकिन अब तक उन्हें यह पैसा नहीं मिला है. इसके खिलाफ आज प्रखंड कार्यालय के सामने उन्होंने धरना दिया . ओल्ड मालदा प्रखंड के जतराडांगा व भाबुक ग्राम पंचायत क्षेत्र की सैकड़ों महिलाएं शुक्रवार दोपहर को प्रखंड प्रशासन के प्रशासनिक कार्यालय विरोध प्रदर्शन किया । विरोध प्रदर्श की खबर मिलते ही ओल्ड मालदा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. दूसरी ओर जात्राडंगा ग्राम पंचायत के आदिवासी एससी, एसटी सेल के अध्यक्ष नाइक हांसदा ने कहा कि आत्म निर्भर समूह की महिलायें लंबे समय से सरकारी लाभों से वंचित हैं। प्रखंड प्रशासन के आश्वासन के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिल रहा है. मूल रूप से इन आदिवासी परिवारों को सूअर पालने में प्रशासन द्वारा लाभ दिया जाता है। लेकिन अब तक उन्हें पैसे नहीं मिले।