सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ में एक दशक में सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप कांकेर क्षेत्र में 29 नक्सली मारे गए। पांच विशिष्ट इनपुट के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन में कांकेर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का संयुक्त प्रयास देखा गया। यह ऑपरेशन एक मील का पत्थर साबित हुआ क्योंकि इसमें सुरक्षा बलों की ओर से बिना किसी नुकसान के बड़ी संख्या में नक्सली हताहत हुए, जिससे यह एक अनूठा प्रयास बन गया।
छोटाबेतिया थाना क्षेत्र के बिनागुंडा-कोरागुट्टा जंगलों के पास हुई मुठभेड़ में एके 47 राइफल, इंसास, एसएलआर/कार्बाइन और .303 राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ। मृत नक्सलियों में शीर्ष नेता शंकर राव और ललिता शामिल थे, दोनों डीवीसीएम, उत्तर बस्तर डिवीजन से थे। यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ में नक्सली खतरे के लिए एक मजबूत प्रतिक्रिया का प्रतीक है, इस साल अकेले बस्तर क्षेत्र में अलग-अलग मुठभेड़ों में 79 नक्सली मारे गए हैं।