हाथरस कांड में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई होनी है. पीड़ित परिवार सोमवार सुबह कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच राजधानी लखनऊ रवाना हो गया है. पीड़ित परिवार को पहले रविवार दिन में 2 बजे ही लखनऊ रवाना होना था. लेकिन उन्होंने रात में पुलिस के साथ जाने से मना कर दिया था. पीड़िता के भाई ने कहा कि रात में उनके साथ कुछ अनहोनी हो सकती है. उन्हें प्रशासन पर भरोसा नहीं है. आपको बता दें कि हाईकोर्ट ने 1 अक्टूबर को हाथरस कांड का स्वत: संज्ञान लेते हुए डीजीपी, जिले के डीएम, एसपी समेत शीर्ष अफसरों को तलब किया है. हाईकोर्ट में सरकार की तरफ से विनोद शाही पैरवी करेंगे.
इससे पहले बीते शनिवार को सीबीआई ने हाथरस केस की जांच एसआईटी से टेकओवर कर ली. केंद्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को गाजियाबाद में केस के मुख्य आरोपी संदीप के खिलाफ धारा 307, 376 डी, 302, एससी/एसटी एक्ट की धारा 3 के तहत केस दर्ज कर लिया. मामले की जांच सीबीआई लखनऊ यूनिट की गाजियाबाद टीम सीमा पाहूजा के नेतृत्व में करेगी. रविवार शाम जांच एजेंसी के कुछ अधिकारी हाथरस पहुंचे और स्थानीय पुलिस प्रशासन से केस संबंधित दस्तावेज मांगे. सीबीआई टीम 15 दिन हाथरस में डेरा डालेगी और मामले में अपनी पड़ताल करेगी.
हाथरस कांड की जांच अभी तक एसआईटी कर रही थी. 14 सितंबर का सच जानने के लिए एसआईटी ने जब जांच शुरू की तो उसके निशाने पर गांव के 40 लोग थे. गांव के इन 40 लोगों से पूछताछ हो चुकी है. ये 40 लोग वे हैं, जो 14 सितंबर को आसपास के खेतों में काम कर रहे थे. इनमें आरोपी और पीड़िता के घर वाले भी शामिल हैं.