सिक्किम के ना कुला में भारत और चीन के सैनिक भिड़ गए हैं. भारतीय सेना ने कहा कि ये दोनों देश की सेनाओं के बीच हुआ मामूली झड़प था. स्थानीय स्तर के कमांड ने तुरंत इस विवाद को सुलझा लिया.
सिक्किम के ना कुला में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए झड़प पर भारतीय सेना ने बयान जारी किया है. सेना ने कहा कि ये दोनों देश की सेनाओं के बीच हुआ मामूली झड़प था. स्थानीय स्तर के कमांडर्स ने तुरंत इस विवाद को सुलझा लिया. भारतीय सेना ने कहा कि 20 जनवरी को सेना के जवानों में मामूली टकराव हुआ.
20 जनवरी को भारत और चीन के सैनिकों के बीच भिड़ंत की घटना सिक्किम के ना कुला की है. सेना के सूत्रों के मुताबिक, कुछ चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की थी. भारतीय सैनिकों ने ड्रैगन की इस गुस्ताखी का विरोध किया. पहले समझाने की कोशिश हुई, इसके बाद चीनी सैनिक हाथापाई पर उतर आए. भारतीय जवानों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया. सूत्रों के मुताबिक इस भिड़ंत में चीन के करीब 20 सैनिक जख्मी हुए हैं, लेकिन
गलवान की तरह अपनी फजीहत कराने के बाद नाकुला को लेकर भी चीन ने खामोशी ओढ़ ली है. इस भिड़ंत के दौरान चार भारतीय सैनिकों के घायल होने की भी खबर है.
नाकुला बॉर्डर पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प की घटना नई है. पिछले साल भी मई के महीने जब दोनों देश कोरोना संकट से जूझ रहे थे, तब चीनी सैनिकों ने अतिक्रमण की कोशिश की थी. भारत सैनिकों ने जब चीनी सैनिकों को समझाने की कोशिश की तो वो धक्कामुक्की पर उतर आए. भारतीय फौज ने भी इसका करारा जवाब दिया था.
तब सात चीनी जवानों को चोटें आई थीं. झड़प के वक्त दोनों देश के करीब डेढ़ सौ जवान बॉर्डर पर थे. सिक्किम के नाकुला में हुई झड़प के करीब महीने भर बाद ही पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों देश के सैनिक गुत्थमगुत्था हुए थे. यहां भारतीय जवानों ने चीन के करीब चालीस सैनिकों को मार गिराया था, जबकि भारजबकि भारत के 20 जवान शहीद हुए थे
गलवान में हुए हिंसक टकराव के बाद से भारत और चीन के बीच तनाव अब तक बरकरार है. नाकुला में संघर्ष की खबर ऐसे वक्त में सामने आई है जब दोनों देश के बीच तनाव कम करने के लिए मोल्दो में करीब 15 घंटे चली नौवें दौर की बैठक बेनतीजा रही. ताजा घटना से चीनी नीयत पर एक बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है