नए शोध से पता चलता है त्वचा की देखभाल के लिये एक से कहीं अधिक हो सकता है एल्मोंड्स के फायदे एल्मोंड्स को एक दैनिक त्वचा देखभाल दिनचर्या में जोड़ने का एक कारण शोधकर्ताओं द्वारा एक नया अध्ययनमे कैलिफोर्निया विश्वविद्यालयके, डेविस ने पाया कि ठेठ कैलोरी स्नैक्स की जगह रोजाना बादाम खाने से- रजोनिव्रत्ति के बाद महिलायेंमे झुर्रियों और त्वचा में रंजकता दोनों के सुधार हुवा हैं। अध्ययन को एल्मोंड्स बोर्ड ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा वित्त पोषित किया गया था। इस ६ महीने के यादृच्छिक नियंत्रित परीक्षण में, फिट्ज़पैट्रिक त्वचा के प्रकार १ या २ के साथ ४९ स्वस्थ पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाएं ने अध्ययन पूरा किया। शोधकर्ताओं ने सांख्यिकीय रूप से झुर्रियोंमे महत्वपूर्ण कमी पाई एल्मोंड्स का सेवन करने वाले समूह में झुर्रीया: १६ सप्ताह में, १५ % की कमी और २४ सप्ताह में, १६% की कमी आई । एल्मोंड्स का सेवन करने वाले समूह में समग्र रूप से चेहरे का पिग्मेंट तीव्रतामे भि कमी पाया गया।
डॉ। राजा शिवमणि, त्वचा विशेषज्ञ और इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता ने कहा, “दैनिक खपत फिट्ज़पैट्रिक त्वचा के प्रकार १ और २ के साथ पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में एल्मोंड्स चेहरे की झुर्रियों और त्वचा की टोन में सुधार लाने का एक प्रभावी साधन हो सकता है। हमारे निष्कर्ष जोर देते हैं एल्मोंड्स को कई पोषक घटकों के साथ पूरे भोजन के रूप में देखने की जरूरत है। एल्मोंड्समे अधिक रूपसे अल्फा-टोकोफेरॉल होता हैं जिसमें एंटीऑक्सिडेंट कार्य होते हैं, और आंशिक रूप से जिम्मेदार हो सकते हैं उन प्रभावों को, जो हम रजोनिवृत्ति के बाद की महिलाओं में झुर्रियों और त्वचा की टोन दोनों में देखते हैं। डॉ। गीतिका मित्तल गुप्ता (त्वचा विशेषज्ञ और कॉस्मेटोलॉजिस्ट), रितिका समददार (क्षेत्रीय प्रमुख- डायटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर दिल्ली) और शीला कृष्णास्वामी (पोषण और कल्याण सलाहकार) ने भी अध्ययन के निष्कर्षों के साथ सहमति व्यक्त की ।