राजनीतिक मैदान के साथ ही रंगों के बाजार में भी हरा व गेरुया की टक्कर

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होली के त्योहार का बंगाल विधानसभा चुनावों पर भी असर दिख रहा है. बंगाल के सत्ताधरी तृणमूल कांग्रेस के हरे रंग व राज्य में तेजी से अपना जनाधार बढ़ा रही भाजपा के  गेरुआ रंग की मांग बाजार में काफी दिख रही है। राजनीतिक मैदान की तरह जलपाईगुड़ी शहर के अबीर की दुकानों में भी  हरे व गेरुआ रंग की लड़ाई दिख रही है। हालांकि इन दुकानों में अलग-अलग रंग के और भी अबीर  हैं, लेकिन मांग केवल हरे और गेरुआ रंग की है। दुकानदार की माने तो चुनाव से पहले गेरुआ रंग हरे रंग  टक्कर दे रहा है।होली में गेरूआ रंग की मांग अधिक है। इसलिए लाल, हरा, नीला आदि रंगों को छोड़कर, लोग  गेरुआ रंग को अधिक पसंद कर रहे हैं. गौरतलब है   कल होली का त्योहार है। लोगों ने आज  बाजारों में होली के विभिन सामानों की जमकर खरीदारी की।  देश भर में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच भी लोग होली का मजा लेना चाह रहे हैं। होली के विभिन्न रंगों के बीच गेरुआ रंग को अधिक पसंद  कर रहे हैं। लोगों ने बताया पारम्परिक होली कल है पर 2 मई को चुनाव परिणाम के बाद भी होली मनाई जाएगी ।   हालांकि,  उस दिन होली का केवल एक ही रंग होगा। हरा या  गेरुआ।