देश भर के साथ साथ पश्चिम बंगाल में भी कोरोना कहर बरपा रहा है। मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में पिछले 48 घंटों में पांच कोरोना मरीजों की मौत हो गई। प्रतिदिन लगभग 50 प्रतिशत संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में 175 बेड हैं. सभी बेड पर मरीज हैं। कोरोना अस्पताल में 20 सीसीयू क्रिटिकल केयर यूनिट हैं। वहीँ कोरोना की दूसरी लहर ने जब तक जिले भर में 167 लोगों की जान ले ली है । स्थिति इतनी गंभीर है कि कभी-कभी सीसीयू में बेड खाली नहीं मिलता है।कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मालदा मेडिकल कॉलेज में 400 बेड के कोरोना अस्पताल के निर्माण के लिएदिशा-निर्देश जारी कर किया है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग से जारी दिशा निर्देश में कहा गया है पूरी तरह अलग भवन में नया कोविद यूनिट बनाया जाना चाहिए। पाइपलाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्र्था की जानी चाहिए, पर फिलहाल मालदा मेडिकल कॉलेज में कोई खाली भवन नहीं है। इसलिए यह तय किया गया था कि वर्तमान में खाली ट्रामा केयर यूनिट के भवन में कोविद यूनिट खोला जायेगा। इस बारे में बुधवार दोपहर जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ राज्य के स्वास्थ्य विभाग की वर्चुअल मीटिंग हुई। वहीँ मालदा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ पार्थप्रतिम मुखर्जी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 400 बेड की कोविद यूनिट के गठन पर जारी दिशा-निर्देशों के बारे में पूछे जाने पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 48 घंटों में केवल पांच कोरोना मरीज की मौत हुई है। इसके साथ ही कोरोना से मरनेवालों का आंकड़ा 167 हो गया। गौरतलब है कोरोना टेस्ट में हर दिन 50 प्रतिशत रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। इस बीच, मरीजों के हित में मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल द्वारा 10 विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ एक हेल्पलाइन चालू की गई है। उन्होंने कहा एक एलएम और एक टैंक स्थापित करने का काम शुरू किया गया है। हमें उम्मीद है कि दो सप्ताह में यह काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं होगी। फिलहाल हम सिलेंडर के जरिए मरीजों को ऑक्सीजन दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने आम जनता को स्वास्थ्य नियमों का पालन करने का अनुरोध किया।