भारत ने मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर चीन की आपत्ति को दृढ़ता से खारिज कर दिया और कहा कि राज्य “था, है और रहेगा” हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा रहेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि इस तरह की यात्राओं पर आपत्ति जताना तर्कसंगत नहीं है और इससे वास्तविकता नहीं बदलेगी।
बागची ने कहा, “हम चीनी आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा की गई टिप्पणियों को पूरी तरह से खारिज करते हैं। भारतीय नेता नियमित रूप से अरुणाचल प्रदेश राज्य की यात्रा करते हैं, जैसा कि वे भारत के किसी अन्य राज्य में करते हैं।”
उन्होंने कहा, “अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविच्छेद्य हिस्सा था, है और रहेगा। इस तरह की यात्राओं पर आपत्ति करना उचित नहीं है और इससे उपरोक्त वास्तविकता नहीं बदलेगी।”
बागची चीनी प्रतिक्रिया पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती गांव किबिथू से चीन को स्पष्ट संदेश में शाह ने सोमवार को कहा था कि कोई भी भारत की क्षेत्रीय अखंडता पर बुरी नजर डालने और ”हमारी एक इंच जमीन” का भी अतिक्रमण करने की हिम्मत नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि वह युग समाप्त हो गया जब कोई भी भारत की सीमा का अतिक्रमण कर सकता था।