उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा का एक कृषि वैज्ञानिक सेब की खेती कर इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। चोपड़ा के रवींद्रनाथ कॉलोनी के रहनेवाली डॉ मौतुसी दे उत्तर दिनाजपुर कृषि विज्ञान केंद्र में बतौर कृषि विशेषज्ञ कार्यरत हैं। उन्होंने अपने घर की छत पर सैकड़ों पेड़ों का बगीचा लगाया है। उनके बगीचे में सबसे आकर्षक गमले में लगा सेब है। इसके साथ ही उन्होंने अपने बागान में विभिन्न प्रकार की सब्जियां के पौधे लगाए हैं। लगभग पूरी छत फूलों से भरी है। उनकी छत के बागीचे में लगे सेब के पेड़ में कुल चौबीस सेब हैं। उन्होंने कहा कि छत पर बागवानी का विचार पिछले साल लॉकडाउन के दौरान आया था। वर्तमान में यहां करीब सौ पेड़ हैं। कम से कम सौ प्रकार के फूल वाले पौधे हैं। फलियाँ, पालक, कलमी, बेर , सेब, आता आदि फल लगे हैं। बातचीत के दौरान डॉ मौतुसी दे कहा कि बागबानी एक नशा की तरह है। पहले उन्होंने कुछेक गमले में पौधे लगाना शुरू किया। धीरे धीरे यह संख्या बढ़ती गयी। उन्होंने कहा लॉक डाउन के दौरान सब्जी खरीदने बाजार जाने पर हमेशा कोविद होने की आशंका मन में रहती है। इससे बचने के लिए घर की छत पर बागबानी का ख्याल आया। इसके साथ ही उन्होंने कहा बागबानी में लगे रहने से तनाव दूर करने में सुविधा होती है.