प्राथमिक बाजार में कुल आवास बिक्री में, रेडी-टू-मूव-इन (आरटीएमआई) घरों की हिस्सेदारी 2020 में बढ़कर 21 प्रतिशत हो गई, जो पिछले वर्ष के 18 प्रतिशत थी। PropTiger.com की एक रिपोर्ट के अनुसार, घर खरीदारों ने निर्माणाधीन संपत्तियों से जुड़े जोखिमों से बचने के लिए पूर्ण अपार्टमेंट को प्राथमिकता दी। ‘रियल इनसाइट आवासीय-वार्षिक राउंड-अप-2020’ में, प्रॉपटीगर ने कहा कि 2020 में कुल 1,82,640 इकाइयां बेची गईं, जिनमें से 21 प्रतिशत आरटीएमआई श्रेणी में थे और 79 प्रतिशत निर्माणाधीन थे। यह सर्वेक्षण प्रॉपटीगर रिसर्च द्वारा किया गया था। प्रत्येक अवधि के दौरान तीन हजार से अधिक संभावित होमबॉयर्स के विचार लिए गए थे।
2019 में, कुल 3,47,590 इकाइयां बेची गईं जिनमें से 18 प्रतिशत आरटीएमआई थे। प्रॉपटीगर रिसर्च में पाया गया कि 2016 के बाद से कुल बिक्री में आरटीएमआई की हिस्सेदारी बढ़ रही है। २०१५ के दौरान कुल बिक्री में आरटीएमआई की हिस्सेदारी 7 प्रतिशत थी, जो २०१६ में बढ़कर 10 प्रतिशत, २०१७ में 12 प्रतिशत, २०१८ में 15 प्रतिशत और २०१९ में 18 प्रतिशत हो गई । कुल बिक्री में आरटीएमआई इकाइयों की हिस्सेदारी चेन्नई में सबसे अधिक 32 प्रतिशत और हैदराबाद में सबसे कम 12 प्रतिशत थी, 2020 के दौरान।
दिसंबर 2020 प्रॉपिगर रिसर्च सर्वे बताते हैं कि रियल एस्टेट पसंदीदा निवेश परिसंपत्ति वर्ग बना हुआ है, क्योंकि 43 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने अचल संपत्ति का पक्ष लिया जबकि फिक्स्ड डिपॉजिट और स्टॉक मार्केट निवेश क्रमशः 21 प्रतिशत और 20 प्रतिशत उत्तरदाताओं का विकल्प था। दिसंबर के सर्वेक्षण से यह भी पता चला है कि ४७ प्रतिशत प्रतिभागियों ने बड़े घरों को तरजीह दी । मई २०२० के सर्वेक्षण में केवल ३३ प्रतिशत को यह वरीयता मिली थी ।