पश्चिम बंगाल में सोमवार को हो रहे सातवें चरण के मतदान के दौरान भी जगह-जगह तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार कहीं सेंट्रल फोर्स के जवानों से उलझते नजर आ रहे हैं तो कहीं पुलिस से। इसके अलावा सूती विधानसभा इलाके में 74 नंबर मतदान केंद्र पर तीन ऐसे लोग सामने आए हैं जो मतदान करने गए तो पाया कि उनका नाम मृतकों की सूची में दर्ज कर दिया गया है। इसकी वजह से वे मतदान नहीं कर सके।
पश्चिम बर्दवान के जामुरिया इलाके में सेंट्रल फोर्स की क्विक रिस्पांस टीम के साथ तृणमूल कांग्रेस के नेता विनोद नोनिया उलझ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि सेंट्रल फोर्स की टीम 140 और 141 नंबर मतदान केंद्र के पास मतदाताओं को धमकी दे रही है। वह रानीगंज पंचायत समिति के अध्यक्ष है। हालांकि जब वह सीमा से अधिक बोलने लगे थे तब सेंट्रल फोर्स की टीम ने उन्हें बलपूर्वक वहां से हटाया।
इसके अलावा हबीबपुर के गिरजा सुंदरी हाई स्कूल के 220 नंबर मतदान केंद्र के पास तृणमूल कांग्रेस ने गैरकानूनी तरीके से कैंप लगाए थे जिसे सेंट्रल फोर्स की टीम ने तोड़ दिया है।
इसी तरह से आसनसोल दक्षिण के रानीगंज क्रिश्चियन बालिका विद्यालय में बने मतदान केंद्र के बाहर बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के लोग एकत्रित हो गए थे। भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्र पॉल उनसे भिड़ गई थीं जिसके बाद मौके पर पहुंची सेंट्रल फोर्स की टीम ने भीड़ को हटाया।
रानीनगर में मतदान प्रक्रिया को बाधित करने के लिए भीड़ को उकसा रहे दो तृणमूल नेताओं के घर सेंट्रल फोर्स की टीम ने धावा बोला। स्थानीय लोगों ने बताया है कि गिरफ्तारी के डर से दोनों तृणमूल नेता अपने परिवार के साथ भाग गए हैं जबकि तृणमूल आरोप लगा रही है कि उनका अपहरण किया गया है।
मुर्शिदाबाद के पलाशडांगा इलाके में आम मतदाताओं को डराने का वीडियो वायरल हुआ है। आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के लोग किसी और पार्टी को वोट देने वालों को परिणाम भुगतने की चेतावनी दे रहे हैं।
दुर्गापुर में मतदान केंद्र के पास गैरकानूनी तरीके से गाड़ी लगाने पर सेंट्रल फोर्स की टीम ने उसे हटा दिया था जिसे लेकर तृणमूल उम्मीदवार ने धमकी दी है। जामुरिया से संयुक्त मोर्चा के उम्मीदवार आईसी घोष सेंट्रल फोर्स की टीम के साथ भीड़ को खदेड़ती हुई कैमरे में कैद हुई है।
रासबिहारी में मतदान केंद्र के अंदर सुब्रत साहा नाम के भाजपा एजेंट को अलीपुर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने मतदान केंद्र के अंदर महिला से छेड़खानी की। भाजपा ने आरोप लगाया है कि उसे फंसाने की कोशिश की गई है। उधर आसनसोल दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार साइनी घोष पुलिस से उलझ गईं। आरोप है कि पुलिस ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। इसका एक वीडियो सामने आया है जिसमें पुलिसकर्मी साइनी से यह कहते सुने जा सकते हैं कि आपके साथ जरूरत से ज्यादा लोग क्यों है? इन्हें पहले हटाइए उसके बाद बात करेंगे।
साइनी ने पुलिस वालों को धमकी देते हुए कहा है कि दो मई के बाद तुम्हारी खबर लेंगे।