अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और शिवसेना के बीच शुरू हुई लड़ाई अब उच्च न्यायालय तक पहुंच गई है. BMC द्वारा कंगना रनौत के ऑफिस को अचानक तोड़ने के मामले पर आज मुंबई उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई.
इस दौरान जज ने संजय राउत की आपत्तिजनक टिप्पणी पर हैरानी जताई. संजय राउत ने कंगना रनौत को ‘हरामखोर’कहकर गाली दी थी जिस पर बाद में स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने इसका मतलब नॉटी बताया था. इसी व्याख्या पर जज ने हैरानी जताई.
बता दें कि कंगना के वकील बिरेन्द्र सराफ ने कोर्ट को कंगना के ऑफिस में हुई तोड़फोड़ की तस्वीरें दिखाई हैं. उन्होंने पुरानी फोटोज और तोड़फोड़ के बाद ली गई फोटोज में तुलना भी की. इसपर जस्टिस कथावाला ने उनसे कहा, ‘हमारे साथ कई ऐसे केस हुए हैं जब हमने कॉरपोरेशन को किसी जगह को तोड़ने के लिए कहा और उन्होंने नहीं तोड़ा. इसीलिए हमने देखा कि इस केस के हमारे पहले आर्डर पर ही जिस तेजी ने उन्होंने (बीएमसी) काम किया अगर वो शहर के अन्य केस पर भी इतनी तेजी से काम करें तो ये शहर रहने के लिए और बेहतर हो जाएगा.’ उन्होंने ये भी बताया कि कई बार ऐसा भी हुआ है कि बीएमसी को तोड़फोड़ ना करने के लिए फाइन भरना पड़ा है.