पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले व्यापक जनसंपर्क कर लोगों की शिकायतें सुनने के लिए राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेता आज यानी गुरुवार से घर-घर घूमेंगे। तृणमूल कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर इससे संबंधी निर्देशिका जारी की गई है। पार्टी की ओर से दी गई चिट्ठी में बताया गया है कि यह अभियान 15 फरवरी तक चलेगा। इसमें बताया गया है कि पार्टी चाहती है कि राज्य भर के तृणमूल नेता एक ऐसे अभियान का हिस्सा बनें, जिसमें उन्हें अपने अपने इलाके में घर-घर जाकर राज्य सरकार के विकास मूलक कार्यों के बारे में लोगों को बताना होगा। इसके साथ ही लोगों की शिकायतें और समस्याओं को सुनकर उनकी रिपोर्ट तैयार करने और उसके तत्काल समाधान का निर्देश भी देना होगा। इसके साथ ही पार्टी के जो नेता घर घर जाएंगे वह लोगों के मूड और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी के बारे में भी शीर्ष नेताओं को जानकारी देंगे। उल्लेखनीय है कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बताए अनुसार राज्य प्रशासन की ओर से हाल ही में राज्य भर में द्वारे द्वारे सरकार अभियान के तहत शिविर लगाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को दिया गया है। इसके बाद अब तृणमूल कांग्रेस के नेता घर-घर जाकर लोगों की शिकायतें सुनेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। दोनों अभियान में अंतर यह होगा कि इस बार घर-घर जाने वाले तृणमूल नेताओं के हाथों में तृणमूल कांग्रेस का झंडा बैनर और पोस्टर होगा। देखा जाए तो विधानसभा चुनाव से पहले यह आधिकारिक तौर पर चुनाव प्रचार अभियान है। चुनाव आयोग ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि फरवरी महीने के मध्य में ही अधिसूचना जारी हो सकती है। इसके बाद आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी और चुनाव की सारी प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में राज्य सरकार के लिए विकास मूलक कार्यों को आगे बढ़ाना अथवा नए सिरे से किसी योजना को लागू करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। इसीलिए उसके पहले लोगों की जरूरतों को पूरा करने की जी तोड़ कोशिश सत्तारूढ़ पार्टी कर रही है।