नुसरत जहां ने आज एक बयान जारी कहा कि तुर्की मैरिज रजिस्ट्रेशन एक्ट के मुताबिक यह शादी पूरी तरह गैरकानूनी है. ये दो अलग-अलग धर्मों के लोगों की शादी थी इसलिए इसे स्पेशल मैरिज एक्ट के तरह रजिस्टर कराना जरूरी था. जो कि कभी भी नहीं किया गया. कानून के मुताबिक ये कोई शादी नहीं बल्कि एक रिलेशनशिप या फिर कहें तो लिव इन रिलेशनशिप जैसा ही था. इसी के चलते अब तलाक लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता. हम काफी पहले ही अलग हो चुके थे, मैंने इस बारे में सार्वजनिक रूप से कभी बात नहीं की थी. मैं अपने निजी जीवन को खुद तक ही रखना चाहती थी. मेरे किसी भी कदम को इस ‘अलगाव’ से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. ये कथित शादी कभी भी कानूनी नहीं थी और कानून कि नज़र में इसे शादी नहीं माना जा सकता.
बता दें कि नुसरत जहां अपने पति से छह माह से अलग रह रही थी. उनके पति ने दीवानी मामला भी दायर किया था. उन्होंने कहा था-‘ जिस दिन मुझे पता चला कि नुसरत मेरे साथ रहना नहीं चाहती. वह किसी और के साथ रहना चाहती है. उसी दिन मैंने दीवानी मामला किया था. निखिल ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे भविष्य में नुसरत के साथ किसी तरह का संबंध नहीं रखना चाहते. नुसरत जहां ने कहा कि कानून की निगाहों में उनलोगों की शादी कानूनी और वैध नहीं थी. जितने भी टूर या बिजनेस को लेकर दौरे किए गये थे.सभी का खर्च उन्होंने खुद ही उठाया था.
नुसरत जहां ने 10 प्वाइंट के जारी बयान में कहा है कि वह अपनी बहन और अपने परिवार को खर्चा खुद ही उठा रही हैं, लेकिन कुछ लोगों द्वारा इसकी क्रेडिट लेने की कोशिश की जा रही है. मैं किसी के क्रिडट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करती हूं. कोई यह दावा करता है कि वह अमीर है. उनके अकाउंट से पैसे का इस्तेमाल करती हूं. यह उनके बारे में कहा गया है. वह इस बाबत बैंक से बात करूंगी और शीघ्र ही पुलिस में मामला भी दायर करूंगी.